भोपाल। सरकार पेट्रोल के दाम लगातार बढ़ रही है परंतु फिलहाल ₹99 से ज्यादा नहीं कर पाएगी क्योंकि पेट्रोल पंप की मशीनों में 3 अंक वाला सिस्टम ही नहीं है। यदि पेट्रोल की कीमत ₹100 हो गई तो मशीन काम करना बंद कर देगी। और हर रोज महंगे होते पेट्रोल की कीमतों को अदा करने वाली जनता त्राहि-त्राहि कर उठेगी।
प्रीमियम पेट्रोल के मामले में ऐसा ही हुआ है। प्रीमियम पेट्रोल की कीमत ₹100.04 हो गई है। इसके कारण पुरानी मशीनों ने काम करना बंद कर दिया है। पंप संचालकों का कहना है कि 3 अंक का डिस्प्ले उनकी मशीन में नहीं है। ऐसी स्थिति में पेट्रोल के दाम प्रदर्शित नहीं किए जा सकते। यदि सादा पेट्रोल के दाम ₹99 से अधिक हुए तो उन्हें सादा पेट्रोल की बिक्री भी बंद करनी पड़ेगी।
₹100 प्रति लीटर की तरफ तेजी से बढ़ रहा है पेट्रोल
भोपाल में शुक्रवार को सादा पेट्रोल 96 रुपए 6 पैसे प्रति लीटर बिका। डीजल के दाम भी 86 रुपए 46 पैसे प्रति लीटर हो गए। एक फरवरी को बजट पेश होने के बाद पेट्रोल और डीजल के भाव में छह बार बढोतरी हो गई है। इससे पेट्रोल एक रुपए 89 पैसे और डीजल के दाम दो रुपए एक पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया है।
कमजोर कांग्रेस के कारण महंगा पड़ रहा है पेट्रोल
लोकतंत्र का यह सामान्य सिद्धांत है। जब भी विपक्ष कमजोर पड़ता है सरकार जनता पर बेतहाशा टैक्स थोप देती है। भारत में जब भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में हुआ करती थी तब उसने पेट्रोल के दाम ₹60 प्रति लीटर से ऊपर कभी नहीं होने दिए। कांग्रेस की सरकार ने जब-जब पेट्रोल के दाम बढ़ाने की कोशिश की, भाजपा के नेताओं ने इतना हंगामा किया कि सरकार को कदम वापस लेने पड़े लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद विपक्ष में आई कांग्रेस कुछ भी नहीं कर पा रही है। मध्यप्रदेश में पेट्रोल पर कंपनी का मुनाफा, एक्साइज ड्यूटी, केंद्र सरकार का टैक्स, राज्य सरकार का टैक्स, शिवराज सिंह सरकार का एक्स्ट्रा टैक्स मिलाकर पेट्रोल के दाम उसकी मूल कीमत से 3 गुना से अधिक हो गए हैं।