ग्वालियर। शिक्षा विभाग में अधिकारियों के आदेश अक्सर तमाशा बन जाते हैं। डबरा के ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर (BEO) विजय पिपरोलिया ने आदेश जारी किया है कि यदि कोई शिक्षक अथवा शिक्षा विभाग के कर्मचारी अपनी समस्या या फिर शिकायत करने के लिए उनके ऑफिस में आता है तो उसका एक दिन का वेतन काट लिया जाएगा।
स्कूल की व्यवहार की समस्याओं के लिए भी नहीं मिल सकते हैं
शिक्षकों का कहना है कि शिक्षकों और कर्मचारियों को कई तरह की समस्याएं होती है, इसके लिए बीईओ कार्यालय आना जाना पड़ता है, लेकिन बीईओ पिपरोलिया के आदेश ने उनको संकट में डाल दिया है। अब वह अपनी पंजी, एरियर या अन्य स्कूल संबंधी समस्याओं को लेकर बीईओ कार्यालय जाने में डर रहे हैं।
बिना अनुमति कार्यालय में दिखाई दिए तो दंडित किए जाओगे: BEO
18 फरवरी को जारी आदेश में बीईओ विजय पिपरोलिया ने साफ लिखा है कि कोई कर्मचारी या शिक्षक बिना अनुमति के इस कार्यालय में उपस्थित न हो। अगर कोई अपनी समस्या को लेकर आता है तो उस दिन का वेतन राजसात कर लिया जाएगा। इसके अलावा उसके खिलाफ वरिष्ठ कार्यालय को भी लिखा जाएगा। शिक्षक अपनी समस्याएं संकुल पर ही दर्ज कराएं।
शासकीय कार्यालय में प्रवेश पर प्रतिबंध कोई नहीं लगा सकता: शिक्षक संघ
बीईओ के जारी आदेश को लेकर मप्र शिक्षक संघ की प्रदेश उपाध्यक्ष ममता राठौर का कहना है कि बीईओ कार्यालय की गतिविधियों से शिक्षक परेशान है। बीईओ कार्यालय में अभी तक करीब आधा सैकड़ा शिक्षकों के छठवे वेतनमान के एरियर की एक भी किश्त प्राप्त नहीं हो सकी है। कई समस्याएं शिक्षकों को हैं लेकिन बीईओ ने कार्यालय आने पर प्रतिबंध लगा दिया है, जो अनुचित है।
BEO ऑफिस के बाबुओं ने: किसी को ज्यादा एरियर दे दिया तो किसी की कटौती कर दी
शिक्षक संघ की उपाध्यक्ष ममता राठौर ने कहा है कि 80 फीसदी शिक्षकों को एरियर की तीनों किश्तों का भुगतान कर दिया गया है। जो बचे हैं उन शिक्षकों के बिना संज्ञान में लाए उनके एरियर की कटौती कर दी गई है। शिक्षकों को एरियर का भुगतान कराए जाने के आदेश ग्वालियर कार्यालय से जारी कर दिए गए हैं, लेकिन यहां शिक्षकों को परेशान किया जा रहा है। शिक्षकों को इस माह तक अपना रिटर्न फाइल भी करना है। उन्हें वेतन पर्ची उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। कार्यालयों के बाबुओं की गलती के चलते कुछ शिक्षकों को एरियर का ज्यादा भुगतान कर दिया गया है, अब उन शिक्षकों से ब्याज सहित रुपया मांगे जाने के लिए कहा जा रहा है, जबकि यह गड़बड़ी कार्यालय के बाबुओं की रही है। भुगतना शिक्षकों को पड़ रहा है।
मुझे अपने ऑफिस में भीड़ नहीं चाहिए: BEO
कार्यालय में किसी तरह की भीड़भाड़ नहीं हो, इसे देखते हुए मैंने आदेश जारी किया है। जारी आदेश के तहत अगर कोई शिक्षक या कर्मचारी अपनी समस्या लेकर सीधा यहां आता है तो उसका वेतन काटा जाएगा।
- विजय पिपरोलिया, बीईओ, डबरा।