भोपाल। वैलेंटाइन डे के अवसर पर ज्यादातर युवा थीम पार्टी ऑर्गेनाइज करते हैं और पार्टी की हाइलाइट्स म्यूजिक एवं खानपान होते हैं परंतु सच्चे प्यार का प्रतीक तो पंछी होते हैं। वेलेंटाइन वीक के पहले दिन भोपाल बर्ड्स (एक स्वयंसेवी संस्था) और क्षेत्रीय प्राकृतिक विज्ञान संग्रहालय की टीम ने परिसर पक्षी गणना कार्यक्रम का आयोजन किया। आज के दिन 35 प्रजातियों के सुंदर सुंदर पक्षी देखने को मिले।
भोपाल में कौन-कौन से पक्षी दिखाई दिए
पक्षी गणना में करीब 35 प्रजाति के पक्षियों को परिसर में देखा गया (इनमें से ग्रे हार्नबिल, लेसर व्हाइट थ्रोट, व्हाइट आई, पर्पल सन बर्ड, बूटेड बेबलर, जंगल बेबलर, रेड वेन्टेट बुलबुल, गोल्डन ओरिअल, एशियन ब्राउन फ्लाईकेचर, लाॅफिग डव, स्माॅल मीनीवेट, कामॅन आयौरा, ग्रेटर कोकल आदि पक्षी प्रमुखता से दिखाई दिए। पक्षी गणना के दौरान संग्रहालय प्रभारी वैज्ञानिक डाॅ. मनोज कुमार षर्मा, वैज्ञानिक-सी डाॅ. बीनिष रफत, संग्रहालय सदस्यगण के साथ-साथ बर्ड्स स्वयं सेवी संस्था से डाॅ. संगीता राजगीर और मोहम्मद खालिक उपस्थित थे।
शहरी क्षेत्रों में पक्षियों की उपस्थिति क्यों महत्वपूर्ण है General Knowledge
किसी भी शहरी क्षेत्र में पक्षियों की उपस्थिति अत्यंत महत्वपूर्ण है। क्योंकि पक्षी प्रकृति में मौजूद एक संवेदनशील प्राणी है। पक्षियों की मौजूदगी यह बताती है कि शहर की हवा प्रदूषित नहीं है और मनुष्य के जीवन के लिए हानिकारक नहीं है। सरल शब्दों में कहें तो यदि आपके इलाके में पक्षी नहीं है तो इसका मतलब वह इलाका इंसानों के रहने लायक नहीं बचा।