BREAKING: मेलियोइडोसिस बैक्टीरिया से 16 साल के बच्चे की मौत, मध्य प्रदेश का पहला मामला, दूषित मिट्टी से मनुष्य में फैलता है

Bhopal Samachar

melioidosis virus in shivpuri madhya pradesh, one boy Died

शिवपुरी। मध्यप्रदेश के आम नागरिकों के लिए चिंता का विषय है। कोरोनावायरस खत्म नहीं हुआ, बर्ड फ्लू व डेंगू मलेरिया का खतरा शुरू हो गया है और उसके बीच मेलियोइडोसिस बैक्टीरिया (Bacteria  (जीवाणु) के संक्रमण से मध्यप्रदेश के शिवपुरी शहर में 16 साल के बच्चे की मौत हो गई। यह बैक्टीरिया दूषित मिट्टी फैलता है।

17 जनवरी को बाथरूम में बेहोश हुआ था तनिष्क 

जानकारी के अनुसार तनिष्क उर्फ रिज्जू जैन उम्र 16 साल पुत्र अशोक जैन सब इंजिनियर RES निवासी छत्री रोड होटल सुख सागर के पीछे 17 जनवरी को सुबह 9:30 बजे अपने घर में बाथरूम में नहा रहा था। तनिष्क नहाते समय बेहोश हो गया था और लगभग 15 मिनिट तक बेहोश बाथरूम में पडा रहा था।

डॉक्टर ने कहा गीजर के कारण ऑक्सीजन लेवल कम हुआ है

तनिष्क को जब हल्का होश आया तो उसने आवाज दी। परिजनों ने तनिष्क को बाहर निकाला और डॉक्टर के पास ले कर गए। डॉक्टर ने बताया कि तनिष्क का ऑक्सीजन लेवल कम हो गया है। शायद लगातार गीजर ऑन रहने के कारण और बाथरूम का दरवाजा बंद होने के कारण ऑक्सीजन लेवल कम हो गया होगा। शाम को तनिष्क की छुट्टी कर दी गई।

2 दिन बाद फिर तबीयत खराब हो गई, पहले ग्वालियर फिर दिल्ली लेकर गई

2 दिन तक सब कुछ समान्य रहा लेकिन 19 जनवरी को फिर तनिष्क की तबीयत खराब होने लगी, परिजन उसे ग्वालियर ले गए 2 दिन तक तबीयत में कोई सुधार नही होने के कारण परिजन उसे दिल्ली ले गए और दिल्ली के सरगंगाराम में भर्ती किया गया।

एक महीने बाद पता चला लड़का मेलियोइडोसिस बैक्टीरिया से संक्रमित हुआ है

दिल्ली पहुचने तक तनिष्क की तबीयत गंभीर होती चली गई, तनिष्क वेंटीलेटर पर आ गया। आक्सीजन लेवल घट रहा था डॉक्टरों ने पहले चेकअप में लंग्स में इंफैक्शन होने की बात कही और इलाज शुरू किया गया। जांचे की गई लेकिन 27 फरवरी को तनिष्क की जो जांच रिर्पोट आई उस जांच ने सर गंगा राम हॉस्पिटल के डॉक्टरों को भी हैरान कर दिया।

जब तक डॉक्टर समझ पाए तब तक बैक्टीरिया पूरी बॉडी में फैल चुका था

परिजनो को कहना हैं कि तनिष्क की बॉडी में मेलियोइडोसिस बैक्टीरिया पाया गया हैं और यह सर गंगाराम के इतिहास में दूसरा केस हैं, इस बैक्टीरिया के कारण तनिष्क की बॉडी में इंफैक्शन बढ़ता जा रहा था। बैक्टीरिया बॉडी में प्रभाव दिखाने लगा और धीरे-धीरे ब्रेन तक पहुंच गया और ब्रेन में सूजन बढ़ाने लगा।

सर गंगा राम हॉस्पिटल के स्पेशलिस्ट डॉक्टर भी नहीं बचा पाए

डॉक्टरों के पैनल विचार कर ब्रेन का आपरेशन सिर्फ इस कारण किया गया कि कही ब्रेन में अधिक सूजन बडने के कारण तनिष्क को ब्रेन हैमरेज नही हो जाए। डॉक्टरों ने ब्रेन की हडडी काट कर पेट में सुरक्षित रख दी। सर गंगाराम के डॉक्टरों ने इस केस को चैलेंज के रूप में लिया था काफी प्रयास किए लेकिन आज 34 दिन बाद तनिष्क की मृत्यु हो गई। सर गंगा राम अस्पताल के डॉक्टरों का पैनल अपने चैलेंज में जीत नहीं पाया।

सर गंगा राम हॉस्पिटल के इतिहास में दूसरा मामला

तनिष्क के मामा ने पंकज जैन ने बताया कि सर गंगाराम के डॉक्टरों ने हमे बताया कि सर गंगाराम के मेडिकल इतिहास में मेलियोइडोसिस बैक्टीरिया का दूसरा केस हैं और संभत:मप्र का पहला केस हो। 

मेलियोइडोसिस बैक्टीरिया क्या है, कहां पर पाया जाता है

मेलियोइडोसिस (Melioidosis) एक जीवाणु संक्रमण (बर्कहोल्डरिया स्यूडोमेलेली) के कारण फैलने वाली स्थिति ‎है। बैक्टीरिया मिट्टी और पानी में मौजूद होते हैं। यह रोग, हालांकि दुर्लभ है, भारत में यह रेयर पाया जाता है। संक्रमण के ‎प्रकार के आधार पर इस बीमारी का इलाज किया जाता है। उपचार आमतौर पर दो अलग-अलग चरणों में किया ‎जाता है।

मेलियोइडोसिस बैक्टीरिया कैसे फैलता है, लक्षण एवं इलाज

डॉक्टर,रितेश यादव एमडी मेडिशन मेडिकल कॉलेज शिवपुरी ने बताया कि पहले चरण में एक गहन चिकित्सा शामिल है और दूसरी अवस्था एक उन्मूलन चिकित्सा है। यदि फेफड़े ‎में संक्रमण का कारण है, तो सर्जिकल प्रक्रिया की भी आवश्यकता हो सकती है, हो सकता हैं यह बच्चा किसी दूषित मिटटी और पानी के संपर्क में आया हो। हाालकि ये रेयर केस हैं शिवपुरी में यह कैसे आया इसे जस्टिफाई नही किया जा सकता हैंं,और यह संक्रमण मनुष्य से मनुष्य में नही फैलता हैं।

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