भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने श्री वीरेंद्र सिंह रावत (IAS 2008) को मध्यप्रदेश के भिंड जिले के कलेक्टर के पद से हटाकर नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण में भेज दिया है। इनके स्थान पर श्री सतीश कुमार एस (IAS 2013) को संचालक लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण से मुक्त करते हुए भिंड कलेक्टर के पद पर पदस्थ किया गया है।
माना जा रहा है कि सीएम हेल्पलाइन में खराब प्रदर्शन के कारण श्री वीरेंद्र सिंह को कलेक्टर के पद से हटाया गया है। इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी के विधायक संजीव सिंह संजू ने विधानसभा में अवैध उत्खनन का मामला उठाया था एवं कलेक्टर पर आरोप लगाए थे। इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के पूर्व महामंत्री कपिल जैन की चक्की पर प्रशासनिक कार्रवाई की गई थी। कपिल जैन के समर्थकों का दावा है कि कलेक्टर को हटाए जाने में उनका जवाब भी महत्वपूर्ण रहा है।
मध्य प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में ऐतिहासिक प्रदर्शन किया था
शांतिपूर्ण उपचुनाव करवाकर रचा इतिहासः कलेक्टर वीरेंद्र सिंह रावत करीब 1 वर्ष पूर्व जिले में पदस्थ हुए थे। उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती गोहद और मेहगांव विधानसभा सीट पर उपचुनाव कराने की थी। पूर्व में जिले में जो भी उपचुनाव हुए उनमें हिंसा तो हुई ही साथ ही कलेक्टर और एसपी पर निलंबन तक की कार्रवाई हुई थी। ऐसे में 2020 का उपचुनाव बड़ी चुनौती थी। इसे कलेक्टर वीरेंद्र रावत ने एसपी मनोज कुमार सिंह के साथ मिलकर सामना किया।