भोपाल। आम जनता को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए आवेदन, ज्ञापन और लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है परंतु सरकार को कष्ट हो तो समाधान तुरंत हो जाता है। मंत्रालय की लिफ्ट में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान फंस गए तो तत्काल दो इंजीनियरों को सस्पेंड कर दिया गया। हालांकि इस लिफ्ट में इससे पहले कई लोग फंस चुके हैं और इनमें एक नाम मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस का भी है।
मध्य प्रदेश के मंत्रालय में लगी नई वीआईपी सर्विस लिफ्ट खराब निकली
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रालय की नई एनेक्सी वीबी टू में बने अपने कक्ष तक आने और जाने के लिए जिस लिफ्ट का इस्तेमाल करते हैं। सोमवार को वापसी में लिफ्ट बीच में बंद हो गई। इस वक्त मुख्यमंत्री लिफ्ट में थे। वीआईपी लिफ्ट के खराब होने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नाराज हो गए। उन्होंने लिफ्ट की मॉनिटरिंग के लिए जिम्मेदार अफसरों को निलंबित करने के निर्देश दिए।
राजधानी परियोजना प्रशासन के इंजीनियर शैलेंद्र परमार और मनोज यादव सस्पेंड
इसके बाद उपयंत्री और राजधानी परियोजना प्रशासन के प्रभारी अनुविभागीय अधिकारी विद्युत यांत्रिकी शैलेन्द्र परमार और उप यंत्री विद्युत यांत्रिकी राजधानी परियोजना प्रशासन मनोज यादव को निलंबित कर दिया है। अधीक्षण यंत्री कार्य भवन नियंत्रक विधानसभा, राजधानी परियोजना प्रशासन रवि मित्तल को अपने मौजूदा काम के साथ अधीक्षण यंत्री राजधानी परियोजना प्रशासन का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है।
मंत्रालय की एनेक्सी में 16 लिफ्ट है, इनमें से कई बंद हो जाती हैं
मंत्रालय की एनेक्सी 613 करोड़ से बनी है। इसमें 6 लाख वर्गफीट में धौलपुर के पत्थरों से कॉरपोरेट तर्ज पर बने भवन में 16 लिफ्ट लगी हैं। 40 हजार वर्गफीट में पांचवी मंजिल पर सीएम का ऑफिस है।