भोपाल। 8 फरवरी सोमवार को गांधी भवन ने आयोजित समग्र शिक्षक संघ की प्रांतव्यापी में प्रदेश भर से हिस्सा लेने पहुंचे संगठन के संभागीय एवं जिला प्रतिनिधियों ने प्रस्तावित आंदोलन का एक स्वर में समर्थन किया।
संगठन प्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि एक तरफ विभाग के अधिकारी गलत नीति लागू कर सरकारी शिक्षको को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने में लगे हुए हैं दूसरी ओर आर टी ई कानून के विरुद्ध प्रदेश के हर गली कूचे में फर्जी प्राइवेट स्कूलों को मान्यता देकर निशुल्क शिक्षा की फीस की प्रतिपूर्ति भी सरकारी खजाने से कराकर सरकारी स्कूलो को बंद करने का षड्यंत्र कर रहे हैं संगठन के प्रतिनिधियों ने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश के शिक्षक न केवल वेतन भत्तों और सुविधाओं के मामले में अन्य राज्यों के शिक्षकों से काफी पीछे है बल्कि, पदोन्नति जैसे प्रोत्साहन के अवसरों में भी सबसे पीछे है,पांचवें वेतनमान से शिक्षक वेतन विसंगति से जूझ रहे है, राज्य के अन्य कर्मचारियों को समयमान वेतनमान योजना और अर्जित अवकाश नकदीकरण का लाभ नहीं दिया जा रहा है लेकिन प्रदेश के शिक्षक इस सुविधा से वंचित है,कोरोना महामारी के नाम पर डीए वेतन वृद्धि रोकने से कर्मचारी जगत का बुरी तरह आहत है, संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुरेशचंद्र दुबे ने संबोधित करते हुए कहा कि बड़े दुर्भाग्य की बात है कि राज्य शासन की भेदभाव पूर्ण नीतियों के चलते उच्च योग्यता रखने के बावजूद प्रदेश के वरिष्ठ शिक्षक 40- 40 साल से एक पद पर रहते हुए बिना पदोन्नति के लगातार सेवानिवृत्त हो रहे हैं 3 वर्ष बाद भी मुख्यमंत्री की घोषणा पर अमल न होना सरकार की प्रतिष्ठा पर भी बड़ा सवाल खड़ा करता है, सामने बजट सत्र भी है और नगरीय निकाय चुनाव भी इसे देखते हुए आंदोलन प्रस्तावित किया गया है।
बैठक में निर्णय :
आंदोलन के पहले चरण में संगठन 15 फरवरी को प्रदेश भर के जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करेगा, जिसमें 14 सूत्रीय मांग पत्र मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपा जाएगा।
दूसरे चरण में प्रांत स्तर पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया। जिसकी तिथि सभी संगठनों से चर्चा के बाद अगले सप्ताह घोषित की जाएगी।
शिक्षको की मांगे जायज, करेंगे समर्थन
मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांत अध्यक्ष विजय मिश्रा द्वारा प्रस्तावित आंदोलन का समर्थन करते हुए समर्थन करने का ऐलान किया, उन्होंने कहा पूरे कर्मचारी जगत के सात मांगे ऐसी है।
सहायक शिक्षक शिक्षक मोर्चा संयोजक सुभाष शर्मा द्वारा भी आंदोलन को पूरी तरह समर्थन देने का एलान किया, और सभी शिक्षको से शिक्षक हित में साथ आने की अपील की, राज्य कर्मचारी संघ के पूर्व शिक्षा प्रकोस्थ संयोजक मुरारीलाल सोनी ने शिक्षको की मांगों का समर्थन करते हुए शिक्षक हित में सभी संगठनों को आगे आने की अपील की!
शिक्षक महासंघ के बैतूल जिला अध्यक्ष नारायण सिंह नगदे ने आंदोलन क समर्थन करते हुए सभी संगठनों को एक मंच पर लाने की जरूरत पर जोर दिया।
नवीन संवर्ग की पुरानी पेंशन का करेंगे समर्थन
समग्र शिक्षक संघ ने प्रांतीय बैठक में नवीन शिक्षक संवर्ग को पुरानी पेशन लागू करने की मुहिम का समर्थन करने का निर्णय भी लिया।
महावीर शर्मा बनाए गए प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष, विजयवर्गीय को मिला प्राचार्य प्रकोष्ठ क जिम्मा बैठक में सर्वसम्मति से भोपाल जिलाध्यक्ष महावीर प्रसाद शर्मा को प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष की अतिरिक्त जवाबदेही दी गई, वहीं श्रीप्रकाश विजयवर्गीय को प्राचार्य प्रकोष्ठ का जिम्मा सौंपा गया।