यदि खून चढ़ा नहीं सकते तो क्या पिलाया जा सकता है - GK IN HINDI

Bhopal Samachar
इतना तो सबको पता है कि खून का अपना भी ग्रुप होता है और इंसानों की तरह खून अंतरजातीय व्यवहार नहीं करता। यानी आपको उसी ग्रुप का ब्लड चढ़ाया जा सकता है जो आपके शरीर में पहले से मौजूद है। कई बार इमरजेंसी की स्थिति में मरीज को खून की जरूरत होती है लेकिन खून चढ़ाने की व्यवस्था नहीं होती। ऐसी स्थिति में क्या मरीज को उसी के ग्रुप का ब्लड जूस की तरह पिलाया जा सकता है। आइए पता करते हैं:-

जयपुर राजस्थान के श्री नितिन दुबे बताते हैं कि खून में पानी, प्रोटीन्स, एंटीबाडीज, और रक्त कोशिकाएं होती है। रक्त कोशिकाएं शरीर की अस्थि मज्जा में बनती है। प्रोटीन्स, एंटीबाडीज शरीर में लिवर और अन्य कोशिकाओं में बनते है। एक और महत्वपूर्ण घटक जिसे हम हीमोग्लोबिन कहते है, दो भाग हीम और ग्लोबिन से मिलकर बना होता है। हीम का प्रमुख तत्त्व होता है आयरन या लोहा और ग्लोबिन बना होता है प्रोटीन से जो हमारे शरीर में ही बनता है। अर्थात अगर आप खून भी पीते है तो वो सीधा आपके शरीर में खून में तब्दील नहीं होगा बल्कि वो पहले शरीर में जाकर उसका पाचन होगा। उसके प्रोटीन्स को तोड़कर एमिनो एसिड्स बनाया जायेगा, फिर उन एमिनो एसिड्स से दोबारा जरूरी प्रोटीन्स बनाये जायेंगे। अस्थिमज्जा में रक्त कोशिकाएं बनेगी जिन्हे प्लाज्मा के साथ मिलकर रक्त बनाना है।

अब आप समझ ही गए होंगे कि खून पिलाने से काम चलेगा नहीं बल्कि बिगड़ जाएगा। क्योंकि यदि खून पिला दिया गया तो खून को खून बनने में काफी समय लगेगा। इसके अलावा एक बात और समझना जरूरी है और वह यह कि स्वस्थ शरीर के लिए सबसे जरूरी खून बनाने के लिए स्वस्थ लिवर, अस्थिमज्जा, और कच्चे माल के रूप में आयरन और प्रोटीन्स चाहिए। तभी कोई भी फल खून में तब्दील हो पायेगा। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article 

सामान्य ज्ञानः कुछ मजेदार जानकारियां

(general knowledge questions answers, gk questions in hindi, general knowledge quiz, gk questions for kids, samanya gyan, general knowledge in hindi,)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!