भारत में इन दिनों स्वदेशी और लोकल फॉर वोकल का अभियान चल रहा है। सोशल मीडिया और मैसेजिंग सर्विस के लिए स्वदेशी मोबाइल एप लांच होने के बाद अब दुनिया को रास्ता बताने वाले गूगल मैप को रिप्लेस करने के लिए इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन यानी इसरो और प्राइवेट टेक कंपनी मैप माय इंडिया मिलकर एक नई मोबाइल एप्लीकेशन बना रहे हैं।
ISRO और Map my India के बीच साझेदारी
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO), डिजिटल मैपिंग और स्थान-आधारित डीप-टेक कंपनी मैप माई इंडिया ने शुक्रवार को पूरी तरह से स्वदेशी, मैपिंग पोर्टल और भू-स्थानिक सेवाओं की पेशकश के लिए एक नई पहल की घोषणा की। ISRO के मुताबिक डिपॉर्टमेंट ऑफ स्पेस ने MapmyIndia के साथ साझेदारी की है। इसमें NavIC, Bhuvan जैसी स्वदेशी सर्विस की मदद ली जाएगी।
इंडियन रीजनल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (IRNSS) को NavIC (Navigation with Indian Constellation) कहा जाता है। यह भारत का स्वदेशी नेविगेशन सिस्टम है, जिसे ISRO ने विकसित किया है। वहीं Bhuvan एक केंद्रीय जियो-पोर्टल है, जिसे इसरो ने विकसित और होस्ट किया है। इसमें भू-स्थानिक डेटा सर्विस और एनालिस्स के लिए टूल हैं।
मिलेंगी कई विशेष सुविधाएं
इसमें रियल सैटेलाइट इमेज मिलेंगी, जिसे इसरो की तरफ से उपल्बध कराया जाएगा।
स्वदेशी नेविगेशन ऐप बिल्कुल मुफ्त होगा।
स्वदेशी नेविगेशन ऐप कोई विज्ञापन बिजनेस मॉडल के साथ नहीं आएगा।
इसमें भारत सरकार के दिशा निर्देश के आधार पर सीमावर्ती इलाकों को दर्शाया जाएगा।
इसमें भारत की एकता, अखंडता का खास ख्याल रखा जाएगा।
इस मैप के माध्यम से स्टूडेंट्स को अपनी स्टडी में काफी मदद मिलेगी।
मैप माई इंडिया ने कहा कि इसके नक्शे और API (एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस) इसरो के जिओपोर्टल्स को समृद्ध करेंगे और यह भारतीय वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं और सरकारी संगठनों को भारत के सैटलाइट इमेजरी, पृथ्वी अवलोकन डेटा और डिजिटल मैप डेटा और उन्नत भू-स्थानिक प्रौद्योगिकियों को सशक्त करेगा।