कई बार बच्चे अनजाने में, बड़े कन्फ्यूजन में और युवा किसी प्रतियोगिता में हार जाने पर केरोसिन का तेल पी लेते हैं। हम सभी जानते हैं कि मिट्टी का तेल एक पेट्रोलियम पदार्थ है। आइए पता करते हैं कि यदि कोई व्यक्ति कैरोसिन ऑयल पी लेता है तो क्या होगा।
कैरोसिन ऑयल पीने से एस्पीरेशन निमोनाइटिस नामक बीमारी होती है
उत्तर प्रदेश के सीतापुर में सेवाएं दे रहे बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एसपी सिंह का कहना है कि केरोसिन फेफड़ों के लिये घातक होता है। जब बच्चा या युवा इसका सेवन कर लेता है तो आहार नली के अलावा मिट्टी का तेल श्वास नली के माध्यम से भी फेफड़ों तक पहुंच जाता है। श्वास नली में तेल जाते ही सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। एस्पीरेशन निमोनाइटिस हो जाती है। इस बीमारी पर काबू पाने में दो से तीन दिन लग जाते हैं।
केरोसिन तेल पी लिया है तो क्या करें
डॉक्टर एसपी सिंह का कहना है कि यदि किसी ने गलती से केरोसिन का तेल पी लिया है तो घबराने की जरूरत नहीं है लेकिन उसे सामान्य पेय पदार्थ मानकर इग्नोर भी नहीं करना चाहिए। ऐसी स्थिति में बिना घबराए पीड़ित को सबसे नजदीक के डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए। याद रखें झोलाछाप डॉक्टर के पास कतई न जाए।
केरोसिन का तेल पीने से एस्पीरेशन निमोनाइटिस के लक्षण
- श्वास लेने में दिक्कत
- बुखार आना
- खांसी आना
केरोसिन तेल पी लिया है तो क्या ना करें
- बच्चे को उल्टी न कराएं।
- पेट साफ करने वाली औषधियां न दें।
- खाने के लिए कुछ न दें।
- झोलाछाप डॉक्टर के पास न जाएं।