इंदौर। कोरोनावायरस भारत के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर को छोड़कर जाने के मूड में नहीं है। गुरुवार दिनांक 18 फरवरी 2021 को शहर में एक साथ 126 लोग महामारी का शिकार मिले। IIT INDORE ने स्टूडेंट्स के लिए लॉकडाउन घोषित कर दिया है। उनके बाहर निकलने पर पाबंदी है। यदि कोई स्टूडेंट बाहर गया तो उसे वापस आने के बाद 14 दिन तक रूम में क्वारंटाइन रहना पड़ेगा।
IIT INDORE सिर्फ छात्रों पर पाबंदी, स्टाफ और टीचर्स को आजादी
आईआईटी प्रशासन द्वारा कोरोना प्रोटोकाॅल के अंतर्गत की गई सख्ती छात्रों के लिए परेशानी का कारण बन रही है। संस्थान में रह रहे छात्रों पर अब भी बाहर आने-जाने पर पाबंदी है। यदि वे बाहर गए तो उन्हें लौटने पर 14 दिन का क्वारेंटाइन पूरा करना होता है। बाहर से खाना बुलवाने पर भी प्रतिबंध है। छात्रों के अनुसार संस्थान ने स्टाफ, फैकल्टी तथा छात्रों के लिए अलग-अलग नियम बना रखे हैं। इसी से परेशान होकर छात्रों ने हाल ही में प्रदर्शन भी किया था।
DAVV दीक्षांत समारोह से पहले एक प्रोफेसर कोरोना पॉजिटिव, 15 होम क्वॉरेंटाइन
कोरोना के खतरे के बीच देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह की फाइनल रिहर्सल गुरुवार को हुई, लेकिन उससे ठीक पहले स्कूल ऑफ फार्मेसी के हेड डॉ. राजेश शर्मा संक्रमित हो गए। डॉ. शर्मा को पॉजिटिव होने की सूचना रिहर्सल के दौरान ही मिली। वे प्रोसेशन में शामिल होने वाले थे। इसके बाद 15 से ज्यादा प्रोफेसर, कर्मचारी होम क्वारेंटाइन हो गए हैं। इस सब के बावजूद शुक्रवार को दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। आयोजकों ने दावा किया है कि सैनिटाइजेशन, फेस मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया है लेकिन आने वाला सप्ताह बताएगा कि आयोजन में आए लोग संक्रमित हुए या नहीं।