इंदौर। इंदौर में प्लाॅट धारकों से रुपए लेकर प्लाॅट नहीं देना और रुपयों को डकारने वाले भूमाफिया दीपक जैन उर्फ दिलीप सिसोदिया उर्फ दीपक मद्दा पर प्रशासन ने रासुका के तहत कार्रवाई की है। कलेक्टर मनीष सिंह ने उसे केंद्रीय जेल भेजने के निर्देश भी दिए। कलेक्टर ने कहा कि आमजनों का हक छीनने वाले को बख्शा नहीं जाएगा। कलेक्टर ने पुष्प विहार कॉलोनी का मुआयना भी किया।
मजदूर पंचायत गृह निर्माण सहकारी संस्था द्वारा काटी गई पुष्प विहार कॉलोनी, देवी अहिल्या श्रमिक कामगार संस्था की अयोध्यापुरी कॉलोनी और खजराना क्षेत्र में स्थित अवैध कॉलोनी हिना पैलेस के मामले में जिला प्रशासन, नगर निगम अधिकारियों और पीडितों द्वारा संयुक्त रूप से 18 आरोपियों पर दो थानों में छह FIR दर्ज कराई थी। कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि दो सोसायटी की करीब तीन हजार करोड़ की जमीन पर आरोपियों का दखल था। इनके चलते डेढ हजार सदस्य वर्षों से परेशान हो रहे थे। सभी FIR में अलग-अलग नाम से पहचान रखने वाले भू माफिया दीपक जैन उर्फ दिलीप सिसौदिया उर्फ दीपक मद्दा मुख्य आरोपी है।
साथ ही, सुरेंद्र संघवी और उनके बेटे प्रतीक संघवी पर दो मामलों में केस दर्ज किए गए हैं। आरोपियों में मद्दा के साले दीपेश वोरा, उसके भाई कमलेश जैन के साथ ही धवन बंधु जितेंद्र व राजीव, नसीम हैदर, सराफा डिब्बा कारोबार से जुड़े केशव नाचानी, ओमप्रकाश धनवानी, श्रीधर, श्रीराम सेवक पाल, गुलाम हुसैन, रमेश चंद्र डी जैन, रणवीर सिंह सूदन, विमल लुहाडिया, पुष्पेंद्र नीमा और मुकेश खत्री शामिल है। इन पर आईपीसी की धारा 406, 420, 467, 468, 471 और 120 बी में प्रकरण दर्ज हुए हैं। थाना खजराना में चार और एमआईजी में दो FIR दर्ज की गई। वहीं, डीआईजी मनीष कपूरिया ने कहा कि सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम बनाई जा रही है।