इंदौर। इंदौर जिले में जरूरतमंद वृद्धजनों के उपचार के लिये मानवीय संवेदना के साथ अनूठी पहल की जा रही है। जिले में निजी चिकित्सालयों में जरूरतमंद वृद्धजनों के उपचार के लिये विशेष व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही जिले में अब निजी क्षेत्र की पैथोलॉजी लेब्स ने भी जरूरतमंद वृद्धजनों की जांच में सहयोग करने का निर्णय लिया है।
गत दिनों जिले में जिला प्रशासन की पहल में सहभागी बनते हुये निजी चिकित्सालयों के संचालकों ने तय किया था कि वे अपने-अपने चिकित्सालयों में दो-दो पलंग जरूरतमंद वृद्धजनों के उपचार के लिये आरक्षित रखेंगे। जिससे की चिकित्सकीय आकस्मिकता की स्थिति में उनका उपचार सहजता के साथ शुरू किया जा सके।
कलेक्टर श्री मनीष सिंह के निर्देशानुसार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में सीएमएचओ डॉ. पूर्णिमा गाडरिया एवं जिला कोविड-19 नोडल अधिकारी डॉ. अमित मालाकार की उपस्थिति में शहर के विभिन्न निजी लैब्स के संचालक तथा प्रबंधकों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में लैब संचालकों ने आवश्यकता अनुसार वृद्धाश्रम में रहने वाले वृद्धजनों की विभिन्न जांच करने की स्वीकृति प्रदान की।
बैठक में आस्था वृद्धाश्रम परदेशीपुरा, अमरलाल चेरेटीबल ट्रस्ट हवाबंगला, महिला उत्कर्ष वृंदावन, भोले राम भक्त हनुमान मंदिर भमोरी अनुप टॉकिज, जीवन ज्योति नवलखा, निराश्रित सेवाश्रम कान्यकुब्ज नगर, गोल्ड क्वाईन सेवा ट्रस्ट अन्नपूर्णा मंदिर, राजशांति आशियाना को चिन्हित कर इन्हें सोडानी डायग्नोस्टिक, सेन्ट्रल लैब, त्रिवेणी डायग्नोस्टिक, धनवन्तरी लैब, शिवानी डायग्नोस्टिक, एश्वर्या पैथोलॉजी, विशेष डायग्नोस्टिक, थायोकेयर, एडवांस डायग्नोस्टिक, लैब्स से जाँच की सुविधा हेतु जोड़ा गया है। सभी लैब्स ने मानवता के इस पुनीत कार्य से जुड़ने को अपना सौभाग्य बताया।