इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में ठगोरों ने संभ्रांत परिवार की महिला को हथियार बनाते हुए उसके वॉट्सऐप नंबर को हैक कर जितने भी नंबर उसके पास सेव थे, उन सबको वॉट्सऐप कर लाचारी बताते हुए रुपए मांगे।
मदद करने वाले महिला के ट्रांसपोर्टर पति को फोन लगाकर पूछने लगे कि भाभी को आखिर ऐसी क्या जरूरत आ पड़ी कि वह हमसे मैसेज कर रुपए मांग रही हैं। तब जाकर ट्रांसपोर्टर और उसकी पत्नी को पता चला कि ठगोरों ने उसका अकाउंट हैक कर लिया। भंवरकुआं थाने क्षेत्र में पालदा शुभसिटी की रहने वाली बबीता पति गौरव अग्रवाल के साथ ठगी हुई। गौरव ट्रांसपोर्ट कारोबारी हैं। कुछ दिन पहले बबीता के मोबाइल का जियो कंपनी का नेट स्लो हो गया था। एक अज्ञात नंबर से उस पर फोन आया।
फोन लगाने वाले ने कॉल सेंटर वालों की भाषा में बात करते हुए मदद करने का भरोसा दिलाया और एक नया मोबाइल नंबर देते हुए कहा कि इस पर फोन लगाओ, समस्या तत्काल खत्म हो जाएगी। बबीता ने उस नंबर पर फोन लगाया और अधूरी बात के दौरान ही फोन कट गया। इसके बाद बबीता का वॉट्सऐप बंद हो गया। बबीता कुछ भी नहीं समझी और पति गौरव को बात बताई। दंपती अनभिज्ञ थे कि उनके साथ क्या हुआ। दोनों ने मिलकर वॉट्सऐप को अपडेट भी किया, लेकिन चालू नहीं हुआ। इसके कुछ ही घंटों के बाद गौरव के पास उनसे जुड़े परिचितों और रिश्तेदारों का फोन आया कि भाभी बबीता वॉट्सऐप पर रुपए मांग रही हैं।
उनके मोबाइल नंबर से जो मैसेज आ रहे हैं, उन्हें पढक़र लग रहा है कि वह परेशान हैं। ऐसा क्या हो गया कि इतनी इमरजेंसी में रुपए की जरूरत है। गौरव अभी भी कुछ नहीं समझ रहे थे, लेकिन एक के बाद एक फोन आने लगे तो गौरव और बबीता समझ गए कि उनका वॉट्सऐप नंबर किसी ने हैक कर लिया। करीब 8 घंटे तक वॉट्सऐप बंद रहा। इस दौरान इनकमिंग और आउटगोइंग सेवाएं भी बंद हो गईं।
गौरव के पास जो फोन आ रहे थे उन्हें तो गौरव सचेत कर रुपए नहीं डालने की बात कह रहे थे, लेकिन तीन परिचित ऐसे थे, जिन्होंने रुपए ठगों द्वारा दिए अकाउंट नंबर में डाल दिए। बबीता के मोबाइल में करीब 200 नंबर सेव थे। ठगोरों ने सबको फोन लगाकर मदद मांगी। थक-हारकर दंपती क्राइम ब्रांच, साइबर थाना और भंवरकुआं थाने में शिकायत करने पहुंचे। पुलिस मामले की जांच करने की बात कह रही है।