इंदौर। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महाराष्ट्र के नागरिकों को मध्यप्रदेश में प्रवेश से रोकने के लिए लाखों लोगों की आस्था का केंद्र पचमढ़ी महादेव का मेला स्थगित कर दिया लेकिन इंदौर की चोइथराम मंडी में महाराष्ट्र की दर्जनों गाड़ियां बेरोकटोक आ रही है। यदि हालात यही रहे तो पिछले साल की तरह इस साल भी चोइथराम मंडी को बंद किया जा सकता है।
चोइथराम मंडी इंदौर में हर रोज महाराष्ट्र से सैकड़ों लोग आते हैं
मध्यप्रदेश शासन द्वारा जारी की गई गाइडलाइन के अनुसार महाराष्ट्र से आने वाले लोगों को मध्यप्रदेश में प्रवेश करने से पहले मेडिकल जांच से गुजरना होगा। बावजूद इसके चोइथराम मंडी में गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा है जबकि हर रोज दर्जनों गाड़ियां और उनके साथ सैकड़ों लोग महाराष्ट्र से इंदौर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह मामला इंदौर कलेक्टर के संज्ञान में ला दिया गया है। यदि मंडी के प्रबंधकों ने कोरोनावायरस के रोकथाम के लिए उचित प्रबंध नहीं किए तो मध्यप्रदेश शासन की अनुमति के बाद चोइथराम मंडी को अनिश्चित काल के लिए बंद किया जा सकता है।
पिछले साल भी बंद रही थी मंडी, फिर भी नहीं सुधरे
मार्च 2020 में कोरोना संक्रमण फैलने के बाद चोइथराम मंडी लंबे समय तक बंद रही थी। बाद में जिला प्रशासन ने विशेष शर्तों के आधार पर मंडी को खोलने का आदेश जारी किया। इसमें मंडी में फुटकर व्यवसाय पर प्रतिबंध लगाया गया। सिर्फ थोक व्यवसाय को ही अनुमति दी गई। अभी मंडी में पूर्व की भांति कामकाज शुरू हो गया है, मगर कोरोना से बचाव को लेकर यहां के व्यापारी से लेकर हर वर्ग लापरवाह बना हुआ है। मंडी में न सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है और न ही कोई मास्क पहन रहा है। इधर, मंडी में महाराष्ट्र से आने वाली गाड़ियों को लेकर दहशत भी है।
चोइथराम मंडी के फ्रूट सेक्टर में महाराष्ट्र के लोगों की सबसे ज्यादा आवाजाही
मंडी के सूत्रों के अनुसार फ्रूट सेक्टर में महाराष्ट्र से फलों की आवक हो रही है। इनमें अंगूर, चीकू, पपीता, केला और स्ट्राॅबेरी शामिल हैं। इन फलों की 50 से अधिक गाड़ियाें की आवक रोज हो रही है। इसी तरह आलू, प्याज और लहसुन वाले सेक्टर में महाराष्ट्र के नासिक समेत अन्य शहरों से नया आलू, प्याज, लहसुन और अदरक की आवक हो रही है। इनकी भी प्रतिदिन 50 से 60 गाड़ियां मंडी में खाली हो रही हैं। वहीं, सब्जी मंडी के सेक्टर में मालवा-निमाड़ से सब्जियों की आवक बंद होने के बाद 50 से 60 गाड़ियां सब्जी की रोज आ रही हैं।