जबलपुर। रेत का अवैध उत्खनन कर कई जगह स्टॉक किया जाता है और फिर इसी स्टॉक से रेत सप्लाई की जाती है। खनिज विभाग की टीम जब मौके पर पहुँचती है तो खनिज का अवैध उत्खनन और भण्डारण करने वाले भाग निकलते हैं।
जिले में कई जगह कार्रवाई की गई और अवैध रूप से स्टॉक करके रखी गई लावारिस रेत जब्त की गई। प्रकरण जब कलेक्टर न्यायालय में पहुँचा तो सुनवाई के बाद कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने खनिज अधिकारी को आदेश दिए कि जब्त रेत को राजसात किया जाए और 526 रुपये प्रति घनमीटर के हिसाब से रेत की नीलामी की जाए और इससे मिलने वाली 18 लाख से ज्यादा की राशि शासन के खाते में जमा कराई जाए।
प्रकरण के अनुसार नर्मदा नदी के किनारे झाँसीघाट के पास रेत का अवैध भण्डारण टीम ने पकड़ा था। यहाँ से 450 घनमीटर रेत जब्त की गई थी। टीम ने अज्ञात के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था। रेत को जब्त करने के बाद शहपुरा के ग्राम घूँटा के दुर्गेश सिंह की सुपुर्दगी में दी गई। रेत की नीलामी कर 2 लाख 36 हजार 7 सौ रुपये की राशि शासन के खाते में जमा कराने के आदेश दिए गए।
लोहा पुल के पास खिरैनी नर्मदा नदी के किनारे 80 घनमीटर रेत जब्त की गई थी, जिसकी अनुमानित कीमत 42 हजार 800 रुपये आँकी गई है। इसी तरह ललपुर क्षेत्र से भी 25 घनमीटर रेत जब्त की गई, इसकी राशि भी शासन के पक्ष में जमा कराने के आदेश हुए। 300 घनमीटर रेत सिलुआ बरेला से पकड़ी गई थी, जिसकी अनुमानित कीमत 1 लाख 57 हजार 800 रुपये आँकी गई है। ग्राम पावला शहपुरा क्षेत्र से 1 हजार घनमीटर रेत पकड़ी गई, जिससे 5 लाख 26 हजार रुपये की राशि शासन के मद में आएगी। पाटन के ग्राम बनवार शासकीय स्कूल परिसर में रखी 165 घनमीटर रेत जब्त हुई, जिसकी कीमत 86 हजार 790 रुपये आँकी गई है।
ग्राम बेलखेड़ी शहपुरा में नर्मदा नदी के किनारे से 1 हजार घनमीटर रेत जब्त की गई थी। कलेक्टर न्यायालय से इस रेत को नीलाम कर लगभग 5 लाख 26 हजार की राशि जमा कराने के आदेश हुए हैं। टीम ने यहाँ से दो पोकलेन और एक जेसीबी मशीन भी जब्त की थी। वहीं मिट्टी और रेत का अवैध उत्खनन करने पर 2 लाख रुपये का जुर्माना लगाने के आदेश दिए गए हैं। इसी तरह घाना क्षेत्र से भी 60 घनमीटर रेत जब्त की गई थी, इसे नीलाम कर 31 हजार 560 रुपये शासन के पक्ष में जमा कराने के आदेश हुए।