जबलपुर। मध्य प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर के गौरव शहीद अश्विनी काछी के पिता ने बताया कि सरकार ने अपनी घोषणा के अनुरूप ना तो परिवार के किसी सदस्य को सरकारी नौकरी दी है और ना ही किसी स्कूल का नाम उनके शहीद बेटे के नाम पर रखा गया है। 14 फरवरी 2021 को पुलवामा हमले के 2 साल पूरे हो गए। पुलवामा के शहीदों को पूरे देश ने श्रद्धापूर्वक याद किया।
मध्य प्रदेश सरकार ने एक करोड़ रुपए और सरकारी नौकरी की घोषणा की थी
ग्राम खुदवल जिला जबलपुर के रहने वाले शहीद अश्विनी काछी सीआरपीएफ के उन जवानों में शामिल थे जिन पर जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों ने अचानक हमला किया और हमलावरों से मुकाबला करते हुए शहीद हो गए। इस आतंकवादी हमले में कुल 45 भारतीय सैनिकों की मौत हुई थी। मध्य प्रदेश सरकार ने शहीद के परिवार को ₹10000000 आर्थिक सहायता एवं परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी की घोषणा की थी।
सरकार वादे पूरे नहीं कर सकती तो उसे घोषणाएं भी नहीं करनी चाहिए
शहीद अश्विनी काछी के पिता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने 1 करोड़ रुपए, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और रहने के लिए पक्का कर देने की घोषणा की थी परंतु 2 साल बीत जाने के बावजूद उन्हें एक करोड रुपए छोड़कर कुछ नहीं दिया गया है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा था कि खेल के मैदान का नाम शहीद अश्विनी काछी के नाम पर रखा जाएगा, राज्यपाल ने एक स्कूल का वादा किया था परंतु सरकार ने ऐसा भी नहीं किया। पिता ने कहा कि यदि सरकार वादे पूरे नहीं कर सकती तो उसे घोषणाएं भी नहीं करनी चाहिए।