जबलपुर। मध्य प्रदेश के नगर निगम जबलपुर में बड़ा घोटाला सामने आया है। कर्मचारियों ने करोड़ों रुपए सैलेरी एडवांस लिया और उसका समायोजन कराए बिना रिटायर हो गए। घोटाला इसलिए क्योंकि संबंधित विभागों ने रिटायर होने वाले कर्मचारियों को बिना समायोजन के ही NOC दे दी थी। कमिश्नर नगर निगम ने फिलहाल ऐसे सभी सेवानिवृत्त कर्मचारियों की पेंशन रोकने के आदेश जारी कर दिए हैं। इस मामले में NOC जारी करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत FIR दर्ज होनी चाहिए।
भ्रष्टाचार: कर्मचारियों पर करोड़ों बकाया था फिर भी NOC जारी कर दी
नगर निगम में वर्ष 2001 से अब तक अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों ने करोड़ों रुपयों का एडवांस लिया लेकिन समायोजन नहीं कराया। ऐसे दर्जनों अधिकारी और कर्मचारी अब सेवानिवृत्त भी हो चुके हैं, ऐसे में निगम के सामने मुसीबत खड़ी हो गई है क्योंकि जब तक उस राशि का समायोजन नहीं हो जाता तब तक वह राशि बकाया में ही रहेगी। इसमें कई विभाग भी परेशानी में आ रहे हैं जिन्होंने रिटायरमेंट के वक्त अधिकारियों और कर्मचारियों को NOC प्रदान कर दी।
कमिश्नर ने सभी कर्जदार रिटायर्ड कर्मचारियों की पेंशन रोक दी
निगमायुक्त अनूप कुमार सिंह ने अपने आदेश में कहा कि जिन भी अधिकारियों और कर्मचारियों ने अग्रिम राशि का समायोजन नहीं किया है, उनकी फरवरी पेड़ इन मार्च पेंशन रोक दी जाए। ऐसे सभी अधिकारी और कर्मचारी अब निगम के चक्कर काट रहे हैं। हालाँकि कार्यरत कर्मचारियों और अधिकारियों पर यह मेहरबानी क्यों की गई कि उन्हें इस आदेश से बाहर रखा गया जबकि उनका वेतन भी रोका जाना था।