भोपाल। रोटी रोजगार की दौड़ धूप में भाग रही मध्य प्रदेश की 8 करोड़ जनता को शायद ही पता हो कि मध्य प्रदेश की सरकार मध्यप्रदेश में उत्पादित की जाने वाली बिजली दूसरे राज्य और प्रोजेक्ट को बेचकर मुनाफा कमा रही है जबकि ऐसी स्थिति में मध्य प्रदेश के नागरिकों को लाभ देते हुए बिजली की दर कम करनी चाहिए थी।
प्राकृतिक संसाधनों पर स्थानीय नागरिकों का हक, रीवा की बिजली दिल्ली क्यों जाती है
सारी दुनिया मानती है कि प्राकृतिक संसाधनों पर सबसे पहला हक स्थानीय नागरिकों का होता है। मध्य प्रदेश के रीवा में भारत का सबसे बड़ा सोलर प्रोजेक्ट लगाया गया है। मध्यप्रदेश की धरती, मध्य प्रदेश का आसमान होने के बावजूद इस प्रोजेक्ट से उत्पादित होने वाली बिजली को दिल्ली मेट्रो ट्रेन के लिए भेज दिया जाता है। बिजली बेचकर सरकार मुनाफा कमा रही है।
घाटे के नाम पर कीमत बढ़ाई जाती है, मुनाफे के नाम पर घटाई क्यों नहीं जाती
बिजली के मामले में सरकार घाटे के नाम पर हर बार कीमत बढ़ा देती है परंतु मुनाफे के नाम पर बिजली की दर कम नहीं की जाती। यह एक तरफा सिस्टम सिर्फ इसलिए बना हुआ है क्योंकि आम नागरिक सवाल नहीं करता। दिनभर की दौड़ धूप के बाद शाम को परिवार के साथ मनोरंजन में व्यस्त हो जाता है।