भोपाल। मध्य प्रदेश में आगामी दिनों में नगरीय निकाय चुनाव होना नियत हैं। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा उक्त संबंध में मतदाता सूची के पुनरीक्षण का कार्य चल रहा है। लेकिन प्रदेश में भाजपा सरकार होने के कारण भाजपा के पदाधिकारियों एवं नेताओं द्वारा मतदाता पुनरीक्षण के कार्य में लगे अधिकारियों, कर्मचारियों, बीएलओ के सहयोग से अथवा उनपर दबाव बनाकर बड़े पैमाने पर पुनरीक्षण कार्य में फर्जीबाड़ा किया जा रहा है। भाजपा के लोगों द्वारा इस प्रक्रिया के माध्यम से कांग्रेस समर्थित मतदाताओं के नाम चिन्हित कर मतदाता सूची से हटवाने का षड्यंत्रपूर्वक कार्य किया जा रहा है। जिसकी शिकायतें प्रदेश कांग्रेस कमेटी को लगातार मिल रही है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री एवं चुनाव आयोग कार्य प्रभारी जेपी धनोपिया ने प्रदेश कांग्रेस के एक प्रतिनिधि मंडल के साथ राज्य निर्वाचन आयोग से मिलकर पुनरीक्षण कार्य में हो रहे फर्जीवाड़े को रोकने, पुनरीक्षण कार्य की समय सीमा बढ़ाये जाने और नगरीय निकाय चुनाव के साथ ही पंचायत के चुनाव किये जाने की मांग करने हुए एक ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधि मंडल में प्रदेश पूर्व मंत्री पी.सी. शर्मा, विधायक आरिफ मसूद, पूर्व महापौर श्रीमती विभा पटेल, अध्यक्ष शहर कांग्रेस कमेटी कैलाश मिश्रा, प्रवक्ता जितेन्द्र मिश्रा, राजकुमार सिंह, योगेन्द्र सिंह गुड्डू चैहान, रवीन्द्र साहू, आनंद सिंह, वनवारी लाल शर्मा आदि उपस्थित थे।
ज्ञापन में आयोग से मांग की गई है कि नगरीय निकाय चुनाव निचले स्तर से जुडे़ कार्यकर्ताओं से संबंधित चुनाव की प्रक्रिया होती है तथा कार्यकर्ता उत्साहित होकर नगरीय निकाय चुनाव की प्रक्रिया में भाग लेने के लिए आतुर है। ऐसी स्थिति में यह भी शिकायतें प्राप्त हुई हैं कि वर्ष 2014-15 में जो मतदाता सूची उपलब्ध थी उसी का उपयोग किया जायेगा। लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव के समय जिन मतदाताओं के नाम विलोपित हुए हैं या नये नाम जोड़े गये हैं ऐसे में मतदाता सूचियों के मिलान करने पर सैकड़ों शिकायतें प्राप्त हुई हैं कि उन्हें मतदाता सूची से हटा दिया गया है।
कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल ने राज्य निर्वाचन आयोग से मांग की है कि नगरीय निकाय चुनाव 2021 की मतदाता सूची के पुनरीक्षण कार्य जो कि 8 फरवरी से 15 फरवरी 2021 तक जारी है उक्त प्रक्रिया को आगामी एक सप्ताह के लिए आगे बढ़ाया जाये, जिससे कि मतदाता अपना नाम मतदाता सूची में देख सके तथा गलतियों में सुधार हो सके। मतदाता सूची में हो रहे फर्जीवाड़े को रोका जाये तथा कांगे्रस ने नगरीय निकाय चुनाव के साथ ग्राम पंचायतों के चुनाव भी एक साथ कराने की मांग की है।