भोपाल। मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान सरकार ने पेट्रोल पर डबल टैक्स लगा रखा है। आम जनता परेशान है लेकिन विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस के दिग्गज नेता जनता की आवाज नहीं बन पा रहे हैं। पेट्रोलियम पदार्थों की मूल्य वृद्धि के खिलाफ कांग्रेस विधायकों ने साइकिल से विधानसभा जाने का फैसला लिया था लेकिन कमलनाथ सहित बहुत सारे विधायकों ने साइकिल चलाने से इंकार कर दिया और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा एवं जीतू पटवारी साइकिल से विधानसभा की चढ़ाई नहीं चढ़ पाए। बीच रास्ते में उन्हें कार बुलानी पड़ी।
पेट्रोलियम पदार्थों के विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के सिर्फ पांच विधायक शामिल हुए
विधायक आरिफ मसूद और कुणाल चौधरी दो विधायक ऐसे रहे जो विधानसभा तक साइकिल से पहुंचे, लेकिन वे भी बीच रास्ते में साइकिल को धक्का देते नजर आए। इसके पहले पुलिस ने पीईबी के सामने बैरिकेड्स लगाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोक दिया। सिर्फ कांग्रेस विधायकों को ही विधानसभा जाने दिया था।
जनहित में संघर्ष के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं है कांग्रेसी दिग्गज
मध्यप्रदेश में आम जनता की सबसे बड़ी समस्या यह है कि विपक्षी पार्टी कांग्रेस के फ्रंटलाइन के नेता जनहित में संघर्ष के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं है। जब भारतीय जनता पार्टी विपक्ष में थी तब इस तरह के मुद्दों पर सरकार की नींद हराम कर दिया करती थी। सत्ता परिवर्तन के बाद कांग्रेस पार्टी के नेता गंभीर मामलों पर भी केवल ट्वीट कर पाते हैं। शनिवार को भी जनता का जबरदस्त समर्थन होने के बावजूद कांग्रेस पार्टी केवल आधे दिन का बंद आयोजित कर पाई थी।