विधानसभा में शिवराज ने कमलनाथ की धुलाई की तो कमलनाथ ने भी शिवराज की पोल खोल डाली - Madhya pradesh Political news

Bhopal Samachar
भोपाल
। मध्यप्रदेश की विधानसभा में आज पहली बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनके मित्र नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ के बीच सीधी बहस हुई। बहस के दौरान शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ की जमकर धुलाई कर डाली लेकिन कमलनाथ ने भी कम शब्दों में सही लेकिन शिवराज सिंह चौहान की पोल खोल दी। कमलनाथ ने सदन को बताया कि जब मैं मुख्यमंत्री था तब माननीय के कहने पर कई डिसीजन बदले। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी कहा था कि शिवराज सिंह के कहने पर तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने नियम विरुद्ध नियुक्ति की थी।

मध्यप्रदेश विधानसभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ के बीच बहस का विवरण

कमलनाथ- आपने फसल बीमा का प्रीमियम जमा नहीं किया।
शिवराज- हमने फसल बीमा की राशि किसानों को दी। मैं ओलावृष्टि के समय किसानों के पास जाता था, लेकिन आप नहीं जाते थे। आप विधायकों से मिलते नहीं थे।
कमलनाथ- मैं विधायकों को मिलने के लिए समय देता था ना कि टीवी पर सीरियल देखता था।

आपसे आंकड़ों के खेल में जीतना मुश्किल है: कमलनाथ

शिवराज- आप खजाना खाली छोड़ गए लेकिन हमने इसकी कमी महसूस होने नहीं दी।
कमलनाथ- आपसे आंकड़ों के खेल में जीतना मुश्किल है।
शिवराज- आज हिसाब-किताब पूरा हो जाए। कर्जा लेकर किसानों के खाते में पैसे डाले हैं तो आपको तकलीफ क्यों हो रही है। कोरोना काल में किसानों के खाते में पैसे डाले। उनकी फसल खरीदी।

इस बीच गोपाल भार्गव ने विधानसभा में डिवीजन करने को लेकर कहा- खेल आपने शुरू किया है और हमने कहा था खत्म हम करेंगे।
कमलनाथ- अकेला आपने शुरू किया था। जब आपने अध्यक्ष के चुनाव में कैंडिडेट खड़ा किया. आपने परंपरा तोड़ी।

मैंने माननीय (शिवराज सिंह) के कहने पर कई कार्रवाई को रुकवाया: पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ

शिवराज- आपने सरकार में आते ही बीजेपी नेताओं को निशाना बनाना शुरू कर दिया था। बदले की कार्रवाई आपने की। कुचलने वाली मानसिकता आप लोगों की थी। उच्च अधिकारियों की बोली लगी।
कमलनाथ- आपके इस तरह के आरोप गलत हैं। आप मुझे सदन में नहीं बल्कि अकेले में बता दें कि किन उच्च अधिकारियों की बोली लगी। यहां पर सदन को बताना चाहता हूं कि मैंने माननीय के कहने पर कई कार्रवाई को रुकवाया।

शिवराज- कमलनाथ जी भी कहते हैं कि 2018 में कचरा साफ हो गया लेकिन कांग्रेस से आए नेताओं के साथ में काम कर रहा हूं। यह सब बहुत अच्छा काम करते हैं। यह सब हीरा हैं।
कमलनाथ- आप सभी हीरों को बचा कर रखिए। हम इन्हें पहले से जानते हैं।

विधायक लक्ष्मण सिंह- (शिवराज के बार-बार बंटाधार की बात पर) आप सिर्फ बंटाधार की योजनाओं को अभी तक क्यों चला रहे हैं?
शिवराज- इस पर फिर कभी चर्चा करेंगे।

कमलनाथ- मेरा मुख्यमंत्री से निवेदन है कि बीती बातों को छोड़ें और आगे की बातें सदन को बताएं। 
शिवराज- मैं उसी का जवाब दे रहा हूं। हमने लाडली लक्ष्मी योजना से लेकर महिलाओं के लिए कई योजनाएं बनाई. उनको सरकारी नौकरी में प्राथमिकता दी. लेकिन आपकी सरकार ने हमारी संबल योजना को बंद कर दिया. उसका नाम नया सवेरा कर दिया. लोगों को उसका फायदा नहीं मिला. दीनदयाल रसोई योजना, मेधावी छात्र योजना बंद कर दी।

कमलनाथ- जब हमने मेधावी छात्रों को लैपटॉप योजना की जांच की तो पता चला कि उन्हें लैपटॉप मिल नहीं रहे थे।
शिवराज- अपराध बढ़े लेकिन सरकार ने तेज गति के साथ ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है। पहले शिकायत ही नहीं होती थी लेकिन हमने शिकायत नहीं बल्कि एफआईआर कराने पर जोर दिया है। यही कारण है कि मामले तुरंत सामने आ रहे हैं।

मैं साइकिल आपको नही दूंगा आपकी उम्र का ख्याल है: शिवराज सिंह चौहान

कमलनाथ- शिवराज जी आप अपनी साइकिल से मुझे मिलवा दें।
शिवराज- मैं साइकिल आपको नही दूंगा आपकी उम्र का ख्याल है। 2017 में हमारी सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर वैट कम किया। कांग्रेस की सरकार आते ही उन्होंने पेट्रोल डीजल पर वैट बढ़ाया।

कमलनाथ- मैं मंत्रलाय में बैठकर देखता था कि किसानों को सही मुआवजा मिले।
शिवराज- जब आप मुख्यमंत्री थे तब सही मुआवजा नही दिया गया। कहीं भी प्राकृतिक आपदा आती है तब मैं दौड़कर जाता हूं। कांग्रेस बोलती थी कि मैं ओला पर्यटन करता हूं। आपकी सरकार गिरी क्योंकि वादे पूरे नहीं किए।
कमलनाथ- वचन पत्र पांच साल का था, लेकिन हमको 15 महीने मिले। आप 11 महीने में वचन पत्र पूरा करने की बात कर रहे है।

शिवराज- राहुल गांधी ने 10 दिन में कर्जा माफ करने की बात कही थी, नहीं तो सीएम हटाने की बात भी बोली थी।
कमलनाथ- हमारे नेता ने जो बोला उसका पालन हुआ। सरकार बनने के पहले घंटे में ही कर्जामाफी का आदेश हुआ।

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