मुरैना। सोमवार को हुई टीएल बैठक में कलेक्टर हर विभाग की समीक्षा की, लेकिन आपूर्ति विभाग के कामकाज से कलेक्टर ऐसे नाराज हुए कि खाद्य नियंत्रक अधिकारी का तीन दिन का वेतन काटने के साथ उन्हें कारण बताओ नोटिस थमा दिया, इतना ही नहीं जिले भर में पदस्थ कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारियों (जेएसओ) का वेतन अनिश्चितकाल के लिए रोक दिया है।
टीएल की बैठक में आयुष्मान कार्ड के पंजीयन, पात्रता पर्चियों के वितरण, आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण पूरा नहीं होने से लेकर अन्य कामों की सुस्त रफ्तार को देखकर कलेक्टर बी कार्तिकेयन ने कहा कि जिले के अधिधकारी योजनाओं को पंचवर्षीय बनाकर काम न करें। पात्रता पर्चियों का 74 फीसद वितरण करने पर जिले के समस्त जेएसओ का वेतन आगामी आदेश तक रोकने के निर्देश कलेक्टर ने दिए तथा खाद्य नियंत्रण अधिकारी भीकम सिंह तोमर को कारण बताओ नोटिस तथा 3 दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए।
डिप्टी कलेक्टर सुरेश बराहदिया, मुख्यमंत्री की योजनाओं से जुड़ी प्रजेन्टेशन की स्लाइड प्रस्तुत न कर सके, इस पर उन्हें कारण बताओ नोटिस कलेक्टर ने थमा दिया। कलेक्टर ने कोरोना सेंपलिंग घटने पर चिंता जताते हुए सीएमएचओ से कहा हर दिन कम से कम 300 लोगों की सेंपलिंग होनी चाहिए। चयनित किए गए कर्मचारियों को शतप्रतिशत कोरोना टीका लगे।
MORENA DFO सहित चार अफसरों को नोटिस
सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों का समय पर निराकरन नहीं करने पर कलेक्टर बी कार्तिकेयन ने डीएफओ अमित निगम के अलावा तीन अफसरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जिन अफसरों को नोटिस जारी किया गया है, उनमें कैलारस जनपद सीईओ एपी प्रजापति, जिन्होंने सीएम हेल्पलाइन की शिकायतें नहीं निपटाई। पीएचई विभाग में 229 शिकायतें लंबित होने पर पीएचई ईई को नोटिस दिया गया। इनके अलावा आईटीआई प्रिंसीपल सोलंकी बैठक में ही नहीं आए, इसलिए उन्हें नोटिस जारी किया है। कैलारस नप सीएमओ ने 16 शिकायतों का निराकरण नहीं किया, जिस पर कारण बताओ नोटिस दिया गया है। कलेक्टर ने साफ कहा कि जितनी शिकायतें आ रही हैं उनसे ज्यादा का निराकरण हो तभी हालत सुधरेगी।