भोपाल। मध्य प्रदेश में 10वीं हाई स्कूल एवं 12वीं हाई सेकेंडरी स्कूल परीक्षाओं के लिए नया पैटर्न लागू करने के साथ-साथ कई तरह के बदलाव करने वाले भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी श्री राधेश्याम जुलानिया को Madhya Pradesh Board of Secondary Education के चेयरमैन पद से हटा दिया गया है।
मध्य प्रदेश शासन के सामान्य प्रशासन विभाग, मंत्रालय द्वारा जारी आदेश के अनुसार श्री राधेश्याम जुलानिया (IAS) को अध्यक्ष, माध्यमिक शिक्षा मंडल, मध्य प्रदेश के पद से हटाकर ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी, मंत्रालय पदस्थ किया गया है। उनके स्थान पर श्रीमती रश्मि अरुण शमी प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा विभाग को अस्थाई रूप से चेयरमैन माध्यमिक शिक्षा मंडल, मध्य प्रदेश का प्रभार सौंपा गया है।
राधेश्याम जुलानिया पर क्रॉस बॉर्डर डिसीजन का आरोप
भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी श्री राधेश्याम जुलानिया अक्सर विवादों में बने रहते हैं। मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव पद के योग्य सीनियरिटी रखने वाले राधेश्याम जुलानिया जी एमपी बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन में चेयरमैन की पोस्ट पर पोस्टिंग के बाद माना जा रहा था कि प्रतिनियुक्ति से लौटने के बाद जुलानिया रिटायरमेंट तक समय व्यतीत करेंगे परंतु ऐसा कुछ नहीं हुआ।
एमपी बोर्ड में राधेश्याम जुलानिया के विवादित फैसले
एमपी बोर्ड की व्यवस्था में उन्होंने कई परिवर्तन किए। राधेश्याम जुलानिया ने कुछ डिसीजन एमपी बोर्ड को प्राप्त शक्तियों और सीमाओं से बाहर जाकर किए। लॉकडाउन में विद्यार्थियों की पढ़ाई का पैटर्न और बोर्ड के विद्यार्थियों के लिए नया परीक्षा पैटर्न कुछ ऐसे ही डिसीजन थे। नए परीक्षा पैटर्न को लेकर विवाद इतना बढ़ा कि प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा विभाग को बयान जारी करना पड़ा और विशेष शक्तियों का उपयोग करते हुए राधेश्याम जुलानिया के फैसले को निरस्त किया गया। इसके बाद से ही टेंशन हाई लेवल पर पहुंच गया था। माना जा रहा था कि बोर्ड परीक्षाओं के बाद फैसला होगा परंतु परीक्षा से पहले ही रिजल्ट आ गया।