भोपाल। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर की आर्द्र हवाएं जम्मू कश्मीर से होते हुए मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ की तरफ बढ़ रही हैं। इन हवाओं के साथ बादल भी आ रहे हैं। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 5 या 6 फरवरी तक बादल मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कुछ इलाकों में आसमान पर दिखाई देंगे। इसी के साथ बारिश होगी। कुछ इलाकों में ओले एवं बिजली गिर सकती है। इसके साथ ही शीत लहर और तेज हो जाएगी। कुल मिलाकर फरवरी का पहला सप्ताह कड़कड़ाती ठंड के बीच बीतने वाला है।
नॉर्थ-ईस्ट मध्यप्रदेश में बारिश की संभावना
मैदानी इलाकों में चक्रवाती सिस्टम और ट्रफ के कारण हवाओं का रुख बदलेगा और एक साथ बंगाल की खाड़ी तथा अरब सागर से आर्द्र हवाओं का प्रवाह उत्तरी भारत से होते हुए मध्य प्रदेश के अधिकांश इलाकों में बढ़ जाएगा। इस कारण आने वाले दिनों में मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ में बारिश की संभावना है। उत्तरी छत्तीसगढ़, उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश में 5 और 6 फरवरी को गर्जना के साथ कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा होने की संभावना है।
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के इन जिलों में हो सकती है बारिश
मध्य प्रदेश के मुरैना, ग्वालियर, भिंड, अशोकनगर, दतिया, शिवपुरी श्योपुर, सतना, रीवा, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, पन्ना, सीधी, सिंगरौली जिलों में 5 और 6 फरवरी को गरज चमक के साथ बारिश हो सकती है। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर, सूरजपुर, सरगुजा, जशपुर और राजगढ़ जिलों में बारिश की संभावना है। इन दोनों ही राज्यों में कुछ स्थानों पर बिजली और ओले भी गिर सकते हैं।
बारिश के बाद एक बार फिर गिरेगा पारा, ठंड की होगी वापसी
छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में बारिश के साथ हवाएं चलने, बादलों की तेज गर्जना होने, कुछ स्थानों पर बिजली गिरने या ओलावृष्टि होने की भी आशंका है। उत्तर भारत और गंगा के मैदानी क्षेत्रों में 3 फरवरी से हवाओं का रुख बदलेगा। इस कारण टेम्परेचर बढ़ेगा, 6 फरवरी तक शीतलहर का प्रकोप नहीं रहेगा। सर्दी से लोगों को बड़ी राहत मिलेगी लेकिन बारिश होने के बाद फिर से उत्तर-पश्चिमी हवाएं (Northwest Winds) चलेंगी और टेम्परेचर एक बार फिर से गिरेगा। इससे ठंड बढ़ेगी।