जबलपुर। मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति ने बताया कि शिक्षा विभाग सहित समस्त विभागों में अनुकंपा नियुक्ति के सैकड़ों प्रकरण नियम जटिल होने के कारण लंबित पड़े हैं। शासन द्वारा अनुकंपा नियुक्ति की प्रक्रिया इतनी कठिन बना दी गई है जिसके कारण पीड़ित परिवार को अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त करने में घनघोर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
अनुकंपा नियुक्ति नियमों में बार-बार बदलाव होने से अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त करने में पीड़ित परिवारों को अनावश्यक कार्यालय के चक्कर काटने मजबूर है। जहाँ शिक्षक बनने हेतु बीएड /डीएड की अनिवार्यता के साथ-साथ पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करने का नियम बना दिया गया है वही लिपिक संवर्ग के लिए कंप्यूटर ट्रेनिंग कि अनिवार्यता जा रही है जबकि शासन को पूर्व की भांति अनुकंपा नियुक्ति देने के बाद प्रशिक्षण एवं अन्य योग्यताओं को पूर्ण कराया जाना चाहिए ना कि योग्यता पूर्ण न होने के कारण अनुकंपा नियुक्ति को रोकना चाहिए शासन की जटिल प्रक्रिया के कारण अनुकंपा नियुक्ति अनुकंपा नियुक्ति ना होकर स्वयं के द्वारा पाई जाने वाली कठिन नौकरी हो गई है।
इस संबंध में पाटन मंझौली क्षेत्र केलोकप्रिय विधायक श्री अजय विश्नोई जी को ज्ञापन सौंपकर अनुकंपा नियुक्ति प्रक्रिया को सरल बनाने की मांग की गई विधायक जी द्वारा प्रकरणों के एक माह के अंदर निराकरण कर संबंधित विभागों को भेजे जाने का आश्वासन दिया गया।
संघ के आलोक अग्निहोत्री मुकेश सिंह दुर्गेश पाण्डेय बृजेश मिश्रा तरुण पंचोली नितिन अग्रवाल श्याम नारायण तिवारी राकेश दुबे गणेश उपाध्याय प्रियांशु शुक्ला संतोष तिवारी धीरेंद्र सोनी मो. तारिक विनय नामदेव आदित्य दीक्षित सोनल दुबे देवदत्त शुक्ला मनीष लोहिया सुधीर पांडे प्रणव साहू मनीष शुक्ला राकेश पांडे मनोज पाटकर कीर्ति मान सिंह निशांक तिवारी नयनदीप गर्ग आदि ने विधायक जी को ज्ञापन सौंपकर अनुकंपा नियुक्ति के नियमों का सरलीकरण किए जाने की मांग की है जिससे सैकड़ों परिवारों को अनुकंपा नियुक्ति का लाभ मिल सके।