जबलपुर। मध्य प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि प्रदेश के हजारों कर्मचारियों को शासन ने कोविड-19 में कार्य करने हेतु कर्मचारियों को लोक लुभावन वायदे किए और कर्मचारियों को संक्रमण के बीच कार्य करने मजबूर किया परंतु अब मध्यप्रदेश शासन संवेदनहीन व नैतिकता भूल चुकी है।
कर्मचारी कोविड- संक्रमण के लगातार शिकार हुए हैं व आर्थिक कठिनाई का सामना करना पड़ा है कुछ कर्मचारी तो संक्रमण में ड्यूटी करते करते जान से हाथ धो बैठे थे, कोविड-19 के प्रारंभ में कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि देने का वादा कर अब सिर्फ कोरोना योद्धा प्रमाण पत्र देकर इतिश्री कर ली क्या प्रमाण पत्र से पेट भरता है अगर शासन कर्मचारी हितैषी है तो उसे प्रमाण पत्र तो दिया जा चुका है अब कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि की जो घोषणा की गई थी उसको अमल में लाते हुए भुगतान करना चाहिए।
संघ के अरवेंद्र राजपूत, अवधेश तिवारी, अटल उपाध्याय, नरेंद्र दुबे, रॉबर्ट मार्टिन, आलोक अग्निहोत्री, मुकेश सिंह, वीरेंद्र तिवारी, घनश्याम पटेल, अजय दुबे, बृजेश मिश्रा, आशुतोष तिवारी, मुन्ना लाल पटेल, सतीश उपाध्याय, दुर्गेश पांडे, शैलेंद्र दुबे, परशुराम तिवारी, मनोज सिंह,तुषेन्द्र सिंह सेंगर, वीरेंद्र चंदेल, एस पी बाथरे, चुरामन गुर्जर, सी एन शुक्ला, योगेश कपूर, पंकज जायसवाल, अमित गौतम, मोहम्मद तारिक, धीरेंद्र सोनी, संतोष तिवारी, ऋतुराज गुप्ता, सतीश देशमुख, संदीप चौबे ने माननीय मुख्यमंत्री जी से मांग की है कि संवेदना का परिचय देते हुए कर्मचारियों को शीघ्र प्रोत्साहन राशि वितरित की जाए अन्यथा संघ आंदोलन व धरना प्रदर्शन हेतु बाध्य होगा।