जबलपुर। मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति मे बताया कि प्रदेश मे हजारों अध्यापकों के छटवें वेतनमान के गलत निर्धारण किया गया है। शासन द्वारा एक बार मे स्पष्ट आदेश न करते हुए बार बार त्रुटिपूर्ण आदेश व आधी अधूरी टेबल जारी कि गई जिसके कारण रिकवरी कि स्थिति निर्मित हो रही है। गलत वेतन निर्धारण होने से अध्यापकों कि हजारों रुपए की रिकवरी की जा रही है। कार्यालय के बाबुओं एवं लेखा अधिकारी द्वारा कि गई गलती का खामियाजा अध्यापकों से वसूलना पूर्णतया अनुचित है।
अध्यापक कोविड संक्रमण के दौरान मोहल्ला क्लास अनाज वितरण दाल तेल वितरण टोलनाको पर तैनात वीईआर सर्वे जैसे सभी आवश्यक कार्य ईमानदारी से कर रहे है।छटवें वेतनमान के गलत निर्धारण से हो रही रिकवरी से अध्यापकों मे शासन के प्रति आक्रोश व्याप्त है।अगर रिकवरी करना है तो गलत वेतन निर्धारण करने वाले अधिकारियों/कर्मचारियों से रिकवरी किया जाना चाहिए।
संघ के अटल उपाध्याय शहजाद द्विवेदी रजनीश पांडे आलोक अग्निहोत्री मुकेश सिंह दुर्गेश पाण्डेय अजय दुबे सतीश उपाध्याय मुन्ना लाल पटेल आशुतोष तिवारी मिर्जा मंसूर बेग चंदू जाऊलकर बलराम नामदेव प्रकाश सेन डा.संदीप नेमा तरुण पंचोली गोविंद बिल्थरे ब्रजेश मिश्रा डीडी गुप्ता रजनीश तिवारी पवन श्रीवास्तव मो.तारिक प्रियांशु शुक्ला धीरेंद्र सोनी संतोष तिवारी दीपक सोनी अभिषेक मिश्रा राजकुमार सिंह ब्रजेश गोस्वामी कीर्तिमान सिंह ने माननीय मुख्यमंत्री जी से ईमेल कर अध्यापकों से कि जा रही रिकवरी पर तत्काल रोक लगाने कि मांग कि है अन्यथा संघ धरना प्रदर्शन कर विरोध करने हेतु बाध्य होगा।