भोपाल। पिछले महीने तक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान धमाकेदार बयान बाजी कर रहे थे। इसी के साथ में लगातार कह रहे थे कि 'आज कल अपन अलग मूड में है' लेकिन अब शायद मुख्यमंत्री का मूड चेंज हो गया है। ग्वालियर संभाग में पुलिस एवं वन विभाग की टीम पर हमला और देवास में फॉरेस्ट गार्ड की हत्या के बाद शिवराज सिंह चौहान ने माफिया के खिलाफ कोई ऐसा बयान नहीं दिया, जैसा कि वह जनवरी 2021 तक दे रहे थे। उन्होंने उच्चाधिकारियों को निर्देशित किया कि ड्यूटी पर तैनात कर्मियों की सुरक्षा के प्रबंध सुनिश्चित हों।
माफिया के बजाय 'आपराधिक तत्व' का उपयोग
भाषा भी बदल गई है। कल तक जिन लोगों को माफिया कहकर पुकारा जा रहा था अब आपराधिक तत्व कहा जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आपात बैठक में ग्वालियर और देवास की घटना को बेहद दुखद बताया एवं उच्च अधिकारियों को निर्देश दिया कि दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के साथ दायित्व में संलग्न वन स्टाफ की आवश्यक सुरक्षा के प्रबंध सुनिश्चित किए जाएं। इसके लिए गृह, वन, राजस्व आदि विभाग मिलकर संयुक्त प्रयास करें।
देवास में मारे गए वनरक्षक को शहीद के समकक्ष दर्जा दिया जाएगा: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
बैठक में निर्णय लिया गया कि देवास में हमले में मृत वनरक्षक को शहीद के समकक्ष दर्जा दिया जाएगा। परिवार को सभी आवश्यक सुविधाएँ भी दी जाएंगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्वालियर में पुलिस निरीक्षक पर हुए हमले के बारे में पूर्ण जानकारी प्राप्त की और अपराधियों के विरुद्ध सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए।
बैठक में पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जौहरी, एडीजी इन्टेलीजेंस श्री आदर्श कटियार, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री मनीष रस्तोगी, प्रमुख सचिव वन श्री अशोक वर्णवाल, ओएसडी मुख्यमंत्री कार्यालय श्री मकरंद देऊस्कर और सचिव मुख्यमंत्री श्री एम. सेलवेंद्रन उपस्थित थे।