MOTIVATIONAL ARTICLE IN HINDI
शक्ति रावत। अकेलापन भारत ही नहीं बल्कि यूरोपीय देशों समेत पूरी दुनिया में नई महामारी का रूप धारण करता जा रहा है, लोग भीड़ में अकेले हो रहे हैं, और आंकड़े डराने वाले हैं। तेजी बढ़ते डिप्रेशन और आत्महत्या के आंकड़े बता रहे हैं, कि लोग कितने अकेले होते जा रहे हैं। हमारे देश में हर पांचवा व्यक्ति अकेलेपन की समस्या से जूझ रहा है।सोशल मीडिया पर लोग हजारों दोस्तों से जुड़े हैं, लेकिन असल जिंदगी में व्यक्तिगत लगाव और सामाजिक व्यवहार खत्म हो रहे हैं, समय रहते हम सर्तक नहीं हुए, तो यह अकेलापनडिप्रेशन में बदल जाएगा। इसलिये आज लाइफ मैनेमेंट में बात करते हैं, अकेलेपन की समस्या से बाहर निकलने की। अगर आपको जरा भी अकेलेपन का एहसास होता है, तो अभी से सावधान हो जाएं, जानिये ऐसे तरीखों के बारे में जिनसे हम अकेलेपन से आसानी से बाहर आ सकते हैं।
1- आभासी दुनिया से बाहर आयें-
भागदौड़ भरी जिंदगी में इंसान के पास जिस चीज की सबसे ज्यादा कमी है, वह है, वक्त। एक तो पहले ही समय कम है, उस पर हमने खुद को अभासी दुनिया या डिजिटल वर्ल्ड तक ही सीमित कर लिया है, काम और पढ़ाई से जो भी वक्त बचता है, वह ज्यादातर लोग सोशल मीडिया पर बिता देते हैं, वास्तिकव दुनिया से हम तेजी से कट रहे हैं, संबध आजकल आभासी दुनिया पर निभा रहे हैं, यह जाहिर तौर पर अकेला बनाएगा। इसलिये जरूरी है, कि हम आभासी दुनिया से निकलकर वास्तिविक दुनिया में आएं, और लोगों के तथा समाज के संपर्क में रहें।
2- एक्टिविटीस से खुद को जोड़े-
आजकल काम और पढ़ाई के सिलसिले में हजारों लोग अपने घरों से दूर रह रहे हैं, ऐसे में अकेलेपन का आभास होना स्वभाविक है, लेकिन इससे बचने का सरल तरीका यह है, कि आप रचनात्मकता से खुद को जोड़े। यानि समाज में अपनी सहभागिता बढ़ाएं। उदाहरण के लिए किसी संस्था से जुडऩा, वृद्वाश्रम या अनाथ आश्रम में जाना वहां लोगों से मिलना या फिर वर्क प्लेस और स्कूल कॉलेजों में होने वाले आयोजनों में सहभागिता निभाना। आप जितने एक्टिव रहेंगे, अकेलपन का एहसास उतना कम होगा।
3- बढ़ाएं सामाजिक दायरा-
आजकल लोग स्वकेद्रिंत और स्वार्थी हो गए हैं, सिर्फ अपने तक सीमित। लेकिन अकेलेपन से बचना है, तो सामाजिक होना जरूरी है, अपने मित्रों से लगातार संपर्क कायम रखें, समय-समय पर किसी ना किसी बहाने मिलते रहें। पड़ोसियों से मेलजोल बनाकर रखें। नये लोगों से संपर्क बनाये उनसे मिलें। शोध कहते हैं, कि आप जितना बाहरी लोगों से बातें करते रहेंगे, उतने कम मानसिक तनाव में रहेंगे। रोज किसी बाहरी व्यक्ति से 10 मिनिट की बातचीत भी आपके तनाव को कम करती है, दूसरे अकेलापन महसूस होने पर यह संबध ही आपका सहारा बन जाते हैं।
4- किताबों से बढ़ाईये दोस्ती-
कहते हैं, किताबें इंसान की सबसे अच्छी दोस्त हैं। अकेलेपन को दूर का करने का भी सफल उपाय पढऩे की आदत है, कई बार किताबों से लोगों को जिंदगी की आगे की राह मिल जाती है। कई सफल लोगों के जीवन संषर्घ पूरे जमाने के लिए उदाहरण हैं, इसलिये अकेलेपन से बचने के लिए पढऩे को आदत बनाईये। अच्छी किताबें हमेशा आपको मोटीवेट करने का काम करेंगीं।
5- कामों में लाएं नयापन-
एक ही तरह का जीवन जीते-जीते और एक ही रूटीन में काम करते हुए किसी का भी बोर हो जाना लाजमी है। अब हम रोज काम तो बदल नहीं सकते। लेकिन रोज के कामों को तरीके बदलकर या उनमें कुछ चैंज करके जरूर नयापन ला सकते हैं, जैसे किसी दिन अपना लुक बदलकर, किसी दिन दूसरे रास्ते से ऑफिस या कॉलेज जाकर। अकेलेपन से बचने के लिए यह काम भी करते रहिये।
-लेखक मोटीवेशनल स्पीकर और लाइफ मैनेजमेंट कोच भी हैं।