जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में PM आवास दिलाने के बहाने एक धोखेबाज महिला ने 20 से अधिक लोगों के नाम पर वाहन फाइनेंस करा लिए। ठगी के शिकार हुए लोगों को इसकी जानकारी तब हुई, जब वाहन फाइनेंस की किस्त वसूल करने के लिए बैंक वाले उनके घरों तक पहुंच गए। पीड़ित लोगों ने महिला के बारे में पता लगाया तो वह गायब मिली। उसका मोबाइल भी बंद है। पीड़ित लोगों ने घमापुर थाने में पहुंच कर हंगामा किया और मामले में शिकायत दी। पुलिस अब मामले की जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार ठगी के शिकार हुए लोगों में शामिल वीर सिंह, अभिषेक शर्मा, अजय, मोहन, सुखनेल, राकेश प्रसाद ने बताया कि काजल शर्मा नाम की महिला कुछ महीने पहले उनके पास आई थी। उसने सभी से पीएम आवास दिलाने का झांसा दिया था। इसके लिए सभी से आवेदन भी भरवाए थे। सभी से आधार कॉर्ड, परिचय पत्र, बैंक के दस्तावेज जमा कराए थे। उसने भरोसा दिलाया था कि जल्द ही सभी को पीएम आवास मिल जाएगा। आज तक किसी काे पीएम आवास तो नहीं मिला, लेकिन सभी बैंक के कर्जदार जरूर बन गए।
काजल नाम की धोखेबाज महिला ने सबसे अधिक फाॅर्म 70 वर्ष या इससे अधिक की उम्र वालों के नाम भरवाए थे। उसका दावा था कि सीनियर सिटीजन को पीएम आवास में वरीयता मिलेगी। इसके एवज में उसने एक से दो हजार रुपए भी लिए थे। इसके बाद उक्त महिला ने सभी के दस्तावेजों का दुरुपयोग करते हुए बैंक से बाइक और कार सहित दूसरे वाहन फाइनेंस करा लिया। आरोपी काजल शर्मा ने मोबाइल भी बंद कर लिया है।
इंडियन ओवरसीज बैंक के कर्मचारी किस्त वसूली करने पहुंचे
पीड़ित लोगों के मुताबिक बुधवार को इंडियन ओवरसीज बैंक के कुछ कर्मचारी उनके घर पहुंचे। उन्होंने सभी को लोन पर लिए गए वाहन की किस्त जमा करने के लिए कहा। इस पर लोग चौंक गए। बोले कि उनके पास दो जून की रोटी का इंतजाम नहीं, वाहन कहां से खरीदेंगे। इसके बाद सभी लोग घमापुर थाने पहुंचे और शिकायत दी। पुलिस ने पीड़ित लोगों के बताए अनुसार हनुमान टोरिया पहुंची, लेकिन वहां काजल शर्मा नाम की महिला नहीं मिली।