यह भूमि पर उगने वाले प्रथम पौधे हैं जो नम व छायादार स्थानों पर उठते हैं। इनमें जड़, तना तथा पत्तियां नहीं पाई जाती हैं। इनका उपयोग मुख्य रूप से मकानों तथा बाग- बगीचों की सुंदरता के बढ़ाने लिए किया जाता है। इसके अतिरिक्त कांच की वस्तुओं, खिलौनों तथा फलों की सुरक्षा के लिए भी, पैकिंग में इनका उपयोग किया जाता है। इन पौधों से विभिन्न प्रकार की औषधियां भी प्राप्त की जाती हैं साथ ही यह मृदा अपरदन को भी रोकते हैं। भारत का पहला मॉस गार्डन नैनीताल में स्थित है।
पादप जगत का उभयचर /amphibians of the plant Kingdom
इसी प्रकार यदि पादप जगत में देखें तो ब्रायोफाइटा एक ऐसा पादपों का समूह है, जिसने जल के साथ-साथ स्थल पर भी रहना शुरू किया। इसी कारण इन पौधों को" पादप जगत का उभयचर "or" Amphibians of the plant kingdom " कहा जाता है।
मॉस (Moss) क्या है
ब्रायोफाइटा (Brayophyta) शब्द में-ब्रायो का अर्थ है- दोनों तथा फाइटा का अर्थ होता है- प्लांट या पौधा। इन्हें सामान्यतः मौस (Moss) कहा जाता है। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article
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