जबलपुर। मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के बंडोल थाना अंतर्गत पौड़ी गांव में खेत में बने हुए एक कुएं में पुलिस इंस्पेक्टर नीलेश परतेती उम्र 40 साल और आरक्षक चंदकुमार चौधरी उम्र 38 साल की लाशें मिली है। दोनों की लाशों के साथ कुएं में स्कॉर्पियो कार भी मिली है। माना जा रहा है कि दोनों किसी हादसे का शिकार हो गए।
कन्हीवाडा क्षेत्र से कलारबांकी से पुलिस थाना वापस लौटते समय हुई घटना
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार छपारा पुलिस थाना प्रभारी इंस्पेक्टर नीलेश परतेती अपने साथी आरक्षक चंदकुमार चौधरी के साथ 26 एवं 27 फरवरी की दरमियानी रात कन्हीवाडा क्षेत्र से कलारबांकी- बंडोल होते हुए पुलिस थाना छपारा लौट रहे थे। उनकी स्कॉर्पियो कार कलारबांकी- बंडोल के बीच पौड़ी गांव के नजदीकी सड़क किनारे खेत में लगे ट्रांसफार्मर से टकराई और फिर अनियंत्रित होकर कुए में जा गिरी।
ग्रामीणों ने खेत में टायर के निशान देखे, तब मामले का पता चला
कुएं में पानी भरा हुआ था इसलिए इंस्पेक्टर नीलेश परतेती व आरक्षक चंदकुमार चौधरी की मौके पर मौत हो गई। 27 फरवरी शनिवार सुबह 6-7 बजे के जब ग्रामीण अपने खेत पर जा रहे थे तब उन्हें स्कॉर्पियो के टायर के निशान दिखाई दिए। कुएं में झांककर देखा तो स्कॉर्पियो कार नजर आई। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। बंडोल थाना पुलिस सहित आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। शव व दुघर्टनाग्रस्त स्कार्पियो वाहनों को कुएं से निकाल लिया गया है। पुलिस ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
इंस्पेक्टर नीलेश परतेती छिंदवाड़ा और आरक्षक चंदकुमार चौधरी बालाघाट के रहने वाले थे
बताया जा रहा है कि इंस्पेक्टर नीलेश परतेती छिंदवाड़ा के रहने वाले हैं और पिछले 2 साल से छपारा थाना प्रभारी की रूप में पदस्थ थे। वहीं आरक्षक चंदकुमार चौधरी मूलतः जिले के बखारी गांव निवासी बताया गया है, जो बीते कई सालों से बालाघाट जिले में परिवार के साथ रह रहे थे। दिलीप पंचेश्वर, थाना प्रभारी बंडोल ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए इन्वेस्टिगेशन शुरू कर दी है।