सिवनी। मध्यप्रदेश के सिवनी जिले की गोपालगंज ग्राम पंचायतमें अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) देने चार हजार रुपए की रिश्वत ले रही महिला सरपंच को लोकायुक्त की टीम ने रंगे हाथ पकड़ा है। सरपंच ने लोकायुक्त टीम को देखते ही रिश्वत की राशि फेंककर विवाद करना शुरु कर दिया। जिन्हे समझाइश देकर शांत कराया गया।
लोकायुक्त डीएसपी जेपी वर्मा ने बताया कि ग्राम गोपालपुर गोपालगंज जिला सिवनी निवासी जागेश्वर पिता कंचन चंद्रवंशी उम्र 35 वर्ष को अपनी जमीन पर जियो कंपनी का टॉवर लगवाना था। जिसके लिए ग्राम पंचायत की सरपंच राजकुमारी बरकड़े से अनापत्ति प्रमाणपत्र मांगा गया, सरपंच द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र देने के एवज में दस हजार रुपए रिश्वत की मांग की।
जागेश्वर के मना करने पर महिला सरपंच ने प्रमाणपत्र भी देने से मना कर दिया, बाद में चार हजार रुपए में बात तय हुई, जागेश्वर ने इस मामले की शिकायत जबलपुर लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा से की और आज दोपहर एक बजे के लगभग रिश्वत की राशि चार हजार रुपए लेकर ग्राम पंचायत गोपालगंज कार्यालय पहुंचा। जहां पर महिला सरपंच राजकुमार बरकड़े को जैसे ही चार हजार रुपए की रिश्वत दी तो लोकायुक्त टीम ने रंगे हाथ पकड़ लिया। लोकायुक्त टीम के हत्थे चढ़ते ही महिला सरपंच राजकुमारी बरकड़े ने रिश्वत के चार हजार रुपए फेंकते हुए विवाद करना शुरु कर दिया।
जिस पर लोकायुक्त टीम के अधिकारियों ने समझाइश देते हुए सरपंच को शांत कराया. महिला सरपंच द्वारा रिश्वत लिए जाने की खबर से हड़कम्प मच गया. देखते ही पंचायत कार्यालय में पदस्थ कर्मचारियों सहित अन्य लोगों की भीड़ जमा हो गई। जिनके बीच तरह तरह की चर्चाएं व्याप्त रही।