भोपाल। बाणसागर बांध की नहर में 60 यात्रियों से भरी पूरी बस बह जाने से 51 यात्रियों की मौत हो गई। हादसे के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीधी का दौरा किया और मध्य प्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन की 3 एवं परिवहन विभाग के एक अधिकारी को सस्पेंड करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने उन तीन व्यक्तियों को 5-5 लाख का पुरस्कार देने की भी घोषणा की, जिन्होंने अदम्य साहस दिखाकर लोगों की जान बचाई।
छुहिया घाटी की रोड खराब: DM, AGM और मैनेजर सस्पेंड
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन्हें हमने खो दिया, उन्हें वापस नहीं लाया जा सकता, पर पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता दी जाएगी। उन्होंने बताया कि पीड़ित परिवारों को सात-सात लाख रुपये की सहायता दी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्घटना का सही कारण तो जांच के बाद पता चलेगा पर आम जनता से जो फीडबैक मिला उसके आधार पर छुहिया घाटी की रोड खराब होना तथा बार-बार जाम लगने के कारण बस ड्राइवर को मार्ग बदलना पड़ा। इसलिए मध्यप्रदेश रोड कारपोरेशन के डीएम, एजीएम तथा मैनेजर को निलंबित करने के निर्देश दिए गए हैं।
बस में क्षमता से अधिक सवारी इसलिए आरटीओ सस्पेंड
क्षमता से अधिक सवारी होने तथा बस का निर्धारित मार्ग से दूसरे मार्ग में जाने का दोषी मानते हुए जिला परिवहन अधिकारी को भी निलंबित करने के निर्देश दिए गए हैं। इधर पब्लिक का कहना है कि परिवहन विभाग की उन सभी अधिकारियों पर नियमित रूप से कार्रवाई होनी चाहिए जिनके क्षेत्र में ओवरलोड यात्री वाहन परिवहन करते हैं।
51 लोगों की मौत के बाद सरकार को अधूरी सड़क याद आई
मुख्यमंत्री ने कहा कि एमपीआरडीसी के बड़े अधिकारियों को मौके पर भेजकर घाटी में आवश्यक सुधार कार्य कराया जाएगा। साथ ही रोड के खतरनाक मोड़ को समाप्त करने के लिए दीर्घकालीन कार्य योजना बनेगी। ट्रैफिक का दबाव घटाने के लिए रीवा गड्डी रामपुर नैकिन रोड तथा जिगना भरतपुर रोड का निर्माण शीघ्र पूरा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राहत तथा बचाव कार्य में तत्परता के लिए जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की प्रशंसा की। उन्होंने बचाव कार्य मे उत्कृष्ट कार्य करने पर शिवरानी लोनिया, लवकुश लोनिया तथा सतेन्द्र शर्मा को 5-5 लाख का पुरस्कार देने की भी घोषणा की।