भोपाल। प्राइवेट स्कूलों के प्रेशर में पिछले दिनों शिवराज सिंह चौहान सरकार ने ऐलान कर दिया था कि 1 अप्रैल 2021 से प्राइमरी से लेकर कक्षा 8 तक के स्कूल ओपन कर दिए जाएंगे लेकिन इससे पहले ही मध्य प्रदेश के 44 जिलों में कोरोनावायरस का संक्रमण तेजी से फैलने के कारण स्कूल शिक्षा विभाग ने डिसीजन पर अमल करने से इनकार कर दिया है।
स्कूल शिक्षा विभाग के राज्यमंत्री इंदर सिंह परमार ने बताया कि मध्यप्रदेश में जिस तरह के हालात बन रहे हैं, हम विश्वास पूर्वक नहीं कह सकते कि 1 अप्रैल से स्कूल ओपन किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि डिपार्टमेंट में समीक्षा बैठक बुलाई है। मीटिंग में बैठकर तय किया जाएगा कि आगे की योजना क्या होनी चाहिए। शिक्षा मंत्री ने कहा कि यदि स्थिति नियंत्रण में नहीं रही तो 1 अप्रैल को स्कूल ओपन नहीं करेंगे।
प्राइवेट स्कूलों द्वारा 10th-12th की ऑनलाइन क्लास और गाइडेंस बंद
बता दें कि शिवराज सिंह सरकार के इशारे पर प्राइवेट स्कूलों ने ऑनलाइन क्लास बंद कर दी है। बोर्ड परीक्षा नजदीक आ गई है और स्कूल संचालकों का कहना है कि यदि बच्चों को रिवीजन करना है तो उन्हें फिजिकल प्रजेंट के साथ स्कूल आना पड़ेगा। ऑनलाइन क्लास या क्वेश्चन आंसर सेशन नहीं चलाया जाएगा। इसके कारण बच्चे परेशान हैं। पेरेंट्स किसी भी कीमत पर उन्हें स्कूल भेजने के लिए तैयार नहीं है।
हमें कोरोना की रफ्तार को रोकना ही होगा: सीएम शिवराज सिंह चौहान
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हर दिन कोरोना की रफ्तार कम करने के उपायों की समीक्षा की जाएगी ताकि बच्चे और जनता संकट में ना फंसे। इसीलिए नए शिक्षा सत्र से स्कूल खोलने पर दोबारा विचार होगा। हमें कोरोना की रफ्तार को रोकना ही होगा। इसके लिए सख्ती भी की जाएगी जो आप सभी की सुरक्षा के लिए। जनता से मेरी फिर अपील है कि कोरोना गाइडलाइन का पालन जरूर करें।