भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 16 साल की एक नाबालिग 11वीं की छात्रा ने अपने सीनियर की छेड़छाड़ से परेशान होकर खुदकुशी कर ली। नाबालिग ने मरने से पहले अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि मैं संदीप के कारण जान दे रही हूं। परेशान करने वाला मोहल्ले में ही रहता है और 12 वीं में पढ़ता है। स्कूल आते-जाते समय छात्रा को रोक लेता था।
पुलिस ने सुसाइड नोट और परिजनों के बयान के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। निशातपुरा TI महेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि 16 साल की छात्रा कक्षा 11वीं में पढ़ती थी। सोमवार रात छात्रा ने घर में फांसी लगा ली। परिजन उसे फंदे से उतारकर तत्काल पीपुल्स अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस को मर्ग की सूचना अस्पताल से मिली। जिस पर पुलिस ने शव बरामद कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मंगलवार को पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
घटना के बाद पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला। इसमें छात्रा ने लिखा था कि मोहल्ले में रहने वाला 18 साल का संदीप 12वीं में पढ़ता है। वह उसके कारण ही जान देने जा रही है। इसी आधार पर पुलिस ने आरोपी संदीप को हिरासत में लेकर उसके खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और छेड़छाड़ समेत अन्य धाराओं में FIR दर्ज कर ली है।
TI ने बताया कि नाबालिग कक्षा 11वीं में पढ़ती थी। उसके पिता सरकारी दफ्तर में बाबू है। सोमवार रात परिजन घर पर ही थे। तभी गुस्से में घर पहुंची नाबालिग ने अपने कमरे में पहुंचकर अंदर से दरवाजा लगा लिया। परिजन दरवाजा खटखटाते रहे, लेकिन उसने दरवाजा नहीं खोला। इससे पहले कि वे दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंचते वह फंदा लगा चुकी थी। जैसे-तैसे परिजन उसे फंदे से उतारकर अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने प्रारंभिक जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। काफी कोशिशों के बाद भी परिजन बेटी को नहीं बचा पाए।
आरोपी संदीप की उम्र 18 साल से थोड़ी ज्यादा बताई जाती है। TI चौहान ने बताया कि संदीप 12वीं क्लास में पढ़ता है। उसके पिता मजदूरी करते हैं। वह परिवार का लालन पालन करते हैं। पिता ने पुलिस को बताया कि उन्हें संदीप की हरकतों के बारे में पता तक नहीं है। इधर पता चला है कि आरोपी संदीप कई दिनों से लड़की को परेशान कर रहा था।
TI चौहान ने बताया कि परिजनों का आरोप है कि संदीप कई दिनों से उनकी बेटी को परेशान कर रहा था। वह उसका पीछा करता था और स्कूल आते-जाते उसका रास्ता रोक लेता था। उन्होंने बेटी को भी उससे दूर रहने को कहा था। इसके बाद वह संदीप उनकी बेटी के पीछे पड़ा हुआ था, हालांकि अब तक किसी ने भी पुलिस से इसकी शिकायत नहीं की थी।