इंदौर। 39 साल की एक महिला ने 17 साल पहले हुए बलात्कार के मामले में FIR दर्ज करवाई है। घटना 17 साल पहले की है जब वह 22 साल की लड़की थी। आरोपी ने उसे नौकरी दिलाने के नाम पर नीमच से इंदौर बुलाया और रेप करके भगा दिया। तब लड़की ने FIR दर्ज करवाने की काफी कोशिश की परंतु पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया, कहा कि जब तक आरोपी का नाम पता नहीं चलेगा तब तक कैसे मान लें रेप हो गया है।
नीमच की महिला ने इंदौर के युवक के खिलाफ रेप का मामला दर्ज कराया
'थाने में युवती ने टीआई ज्योति शर्मा को बताया कि ' वह मूलत: नीमच की रहने वाली है। 2004 में जब उसकी उम्र 22 साल थी, तब रतलाम जिले में रहा करती थी। एक दिन लैंड लाइन की घंटी बजी। फोन उठाने पर रांग नंबर होता है। कॉलर बताता है कि वह लोगों को नौकरी दिलाने का काम करता है। कई बार कॉल के बाद वह कहता है कि वह अभी इंदौर में है। यहां एक दफ्तर में काम है। अच्छा पैसा भी मिलेगा। चूंकि उसे नौकरी की जरूरत थी। पढ़ाई भी करना चाहती थी। इस कारण झांसे में आ गई। उसे आरोपी ने सपना संगीता रोड स्थित एक दफ्तर में बुलाया। वह रात 8 बजे वहां पहुंच गई। यहां आरोपी के अलावा कोई नहीं था। आरोपी ने जान से मारने की धमकी देकर दुष्कर्म किया और फिर भाग गया। बाहर आकर एक युवक से मदद मांगी। भाई से संपर्क किया फिर डरी-सहमी घर चली गई।'
घटना के तत्काल बाद मामला दर्ज क्यों नहीं करवाया
कुछ दिन बाद युवती ने रतलाम और नीमच पुलिस को कई बार शिकायत की, लेकिन पुलिसकर्मियों ने नहीं सुनी। बोले- जब आरोपी का नाम ही नहीं मालूम, तो केस दर्ज कैसे करेंगे। युवती ने कई बार गुहार लगाई। आखिरकार जब केस दर्ज नहीं हुआ, तो वह निराश होकर सदमे में चली गई। कई वर्षों बाद सामान्य हुई।
17 साल बाद बलात्कार की FIR क्यों करवाई
अब वह नीमच में परिवार के साथ रहती है। उसने अपना सोशल मीडिया अकाउंट बनाया। अब 17 साल बाद यानी कुछ दिन पहले ही उसे सोशल मीडिया पर आरोपी का फोटो दिखा। आरोपी को देखकर वह उसे पहचान गई। उसकी पहचान सुनील के रूप में हुई। आखिरकार उसने इंदौर पुलिस के अफसरों से संपर्क किया और केस दर्ज करवाया।