भोपाल। मध्य प्रदेश के कृषि विभाग के लिए प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड द्वारा आयोजित की गई ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी भर्ती परीक्षा में कथित घोटाले की जांच की मांग कर रहे 60 उम्मीदवारों को गिरफ्तार कर लिया गया। यह सभी छात्र पिछले 29 दिन से जांच की मांग कर रहे हैं। जब कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो भोपाल में कलेक्टर को ज्ञापन देने के लिए रैली के शक्ल में शांतिपूर्वक आगे बढ़ रहे थे तभी पुलिस ने सबको गिरफ्तार कर लिया।
व्यापमं घोटाला पार्ट -2 की जांच के लिए 29 दिन से आंदोलन
18 फरवरी से एग्री अनुकरण वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा व्यापमं घोटाला पार्ट -2 के विरोध में छात्र अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। कृषि छात्र नेता राधे जाट का कहना है, व्यापमं घोटाला पार्ट-2 को लेकर हम जेल भरो आंदोलन कर रहे हैं। 29 दिन से आंदोलनरत हैं, लेकिन सरकार की ओर से कार्रवाई नहीं हुई। सिर्फ आश्वासन दिए जा रहे हैं। यह आंदोलन इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में भी हो रहा है। 21 हजार 600 बच्चों का भविष्य अधर में है। हमने अपनी ओर से खुद गिरफ्तारी दी है।
व्यापमं घोटाला पार्ट -2 का विरोध कर रहे 60 उम्मीदवार गिरफ्तार: सीएसपी
सीएसपी अनिल सिंह राठौर ने बताया कि 50 से 60 छात्र हैं, जो रैली निकालकर कलेक्टोरेट जाना चाह रहे थे। इनके पास परमिशन नहीं थी, इस कारण उनकी गिरफ्तारी कर जिला जेल भेजा गया है। छात्रों की व्यापामं को लेकर मांग थी। इस संबंध में मंत्री भी इनसे मिले थे और ज्ञापन लिया था। मामले में जांच चल रही है। इनका कहना है कि लंबा वक्त हो गया है, नतीजा नहीं आया है। मंत्री ने भोपाल आकर पक्ष रखने की बात कही थी।
कृषि अधिकारी परीक्षा टॉप टेन की योग्यता की जांच कराएं
मध्य प्रदेश में प्रोफेशनल एक्जामिनेशन बोर्ड द्वारा ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी और वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी 862 पदों के लिए 10 और 11 फरवरी को परीक्षा हुई थी। 17 फरवरी को आंसर शीट आई, तो टॉप - 10 में जगह बनाने वाले उम्मीदवारों को सामान्य ज्ञान के पेपर में बराबर नंबर मिले। यही नहीं, सबकी गलतियां भी समान थीं। इन सभी को पेपर का सी सेट ही मिला था। इसमें एक और देखने वाली बात यह है कि इनका क्षेत्र, जाति, कॉलेज और अकादमिक प्रदर्शन भी करीब-करीब एक जैसा ही है। उम्मीदवारों का आरोप है कि इन सभी 10 छात्रों को पहले से ही पेपर आउट करा दिया गया था या फिर सामूहिक नकल कराई गई है। टॉप-10 में आए उन छात्रों की भी अब तक की शिक्षा की जांच हो, जिसमें 10वीं, 12वीं और कॉलेज की मार्कशीट शामिल हैं।