जबलपुर। तिलवारा थाना क्षेत्र में हुए विजेत कश्यप हत्याकांड का खुलासा हो गया है। क्या करने वाले धीरज शुक्ला खुद कटा हुआ सिर सर लेकर पुलिस थाने पहुंचा था। उसने पुलिस का बयान भी दे दिया है। पुलिस ने बताया कि विजेत कश्यप ने अपनी उम्र से 21 साल छोटी लड़की के साथ लव मैरिज की थी। शादी के बाद वह अपनी पत्नी के साथ दरिंदगी करने लगा था। इसी के चलते लड़की पूजा के भाई धीरज शुक्ला ने सरेआम उसका सिर काटकर धड़ से अलग कर दिया।
मृतक विजेत कश्यप की रिपोर्ट भी अच्छी नहीं है
तिलवारा टीआई सतीश पटेल के मुताबिक विजेत कश्यप के द्वारा वर्ष 2018 में एक नाबालिग लड़की के साथ छेड़छाड़ की गई थी। इस पर 2018 मे विजेत कश्यप के खिलाफ थाना तिलवारा में छेड़छाड और पाक्सो एक्ट का प्रकरण दर्ज हुआ था। वहीं एक विधवा महिला से भी उसके संबंधों के बारे में जानकारी सामने आई है। 40 वर्षीय विजेत ने अपनी उम्र से 21 साल छोटी पूजा से भगाकर शादी की थी।
इतनी प्रताड़ित हुई कि शादी के नाम से घबराने लगी थी पूजा
रविवार रात एक बजे पूजा ने अपने चाचा ससुर के मोबाइल से फोन किया था। उसने भाई से कहा कि भइया मुझे ले चलो, अब मैं नहीं रहना चाहती हूं। मुझे जैसे रखोगे, रह लेंगे, बस मेरी शादी मत करना। आने के बाद बेटी ने बताया कि कैसे उसकी ननद और पति टार्चर करते थे। बुधवार रात 8.30 बजे भी विजेत पीछे झाड़ी से टॉर्च मार रहा था। गुरुवार सुबह भी वह गांव में आया था। आरोपी धीरज शुक्ला की मां बबली शुक्ला ने वह मेरी बेटी को शादी के कुछ दिन बाद से मारने-पीटने लगा था। उसे दिल्ली व आगरा घुमाने ले गया था। वहां भी उसके साथ मारपीट की थी। गंगानगर गढ़ा में अपने चाचा के पास रखा था। वहां भी मारपीट करता था।
विजेत कश्यप हत्या कांड की पूरी कहानी
11 मार्च गुरुवार सुबह आरोपी धीरज शुक्ला तिलवारा की ओर गया था। इस दौरान उसने देखा कि विजेत गांव की ओर जा रहा है। धीरज भी वापस लौट आया। घर आकर वह छत पर गया। चारों तरफ नजर घुमाई तो घर के पीछे की झाड़ियों में विजेत खड़ा हुआ था। बस इसके बाद धीरज शुक्ला ने तय कर लिया था कि या तो आज वह जिंदा रहेगा या में। उसने झाड़ी काटने वाली बड़ी हंसिया उठाई और हत्या करने के लिए उसके पीछे दौड़ा।
पूरे गांव के सामने सिर धड़ से अलग कर दिया, किसी ने कुछ नहीं कहा
विजेत कश्यप लगभग 500 मीटर ही भाग पाया होगा और खेतों के बीच मेड़ पर बेर के पेड के पास गिर गया। इसके बाद धीरज ने उस पर ताबड़तोड़ 15 से 16 वार कर काम तमाम कर दिया। इस हत्याकांड को पूरे गांव वालों ने देखा, लेकिन किसी ने पुलिस को सूचना तक नहीं दी। शायद पूरा गांव विजेत कश्यप की हत्या का समर्थन कर रहा था।
हत्या के बाद घर आया, बहन से बात करके खाने चला गया
विजेत की हत्या के बाद खून से सना धीरज घर पहुंचा। उस समय कमरे में उसकी बहन पूजा (19) झाड़ू लगा रही थी। उसी ने दरवाजा खोला। भाई को खून से सना देख सन्न रह गई। मुंह से बोल नहीं फूटे। धीरज ने ही पहल करते हुए उसे अपना मोबाइल और पर्स दिया। बाेला कि अब तुम्हें "वह' कभी परेशान नहीं करेगा। पूजा ने पूछा कि क्या कर दिए भइया? पर वह बिना कुछ बोले बाइक स्टार्ट की और बोरी में सिर लेकर खुद ही तिलवारा थाने पहुंच गया। इधर, कुछ देर बाद ही मायके में रह रही उसकी बहन पूजा ने पंखे में चुनरी का फंदा लगाकर जान दे दी।