भोपाल। मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के नागदा में रहने वाली आर्मी जवान बादल सिंह चंदेल शहीद हो गए। बादल सिंह समुद्र तल से 27000 फीट की ऊंचाई पर सियाचिन ग्लेशियर पर तैनात थे। हिमालय पर्वत पर अचानक बर्फ धंसने के कारण वह घायल हुए और उनकी मृत्यु हो गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित मध्य प्रदेश के सभी गणमान्य नागरिकों ने शोक व्यक्त किया है।
15 कमाऊं रेजिमेंट के नायक शहीद बादल सिंह की साल 2004 में सेना में भर्ती हुई थी। उन्होंने ढाई साल तक शांति सेना में शामिल होकर दक्षिण अफ्रीका में अपनी सेवाएं दी थी। बादल सिंह अपने काम में काफी कुशल थे। सेना में निर्धारित 17 साल की सेवाएं दिसंबर 2020 में ही पूरी हो गई थी परंतु अच्छा प्रदर्शन होने के कारण उन्हें एक्सटेंशन दिया गया था। वह जनवरी में अपने परिवार से मिलने नागदा आए थे। 13 फरवरी को वह वापस लौट गए थे। जिसके बाद उन्हें सियाचिन में 27 हजार फीट ऊपर ग्लेशियर पर तैनात किया गया था।
शहीद बादल सिंह के परिजनों ने बताया कि बीती रात करीब सवा 10 बजे शहर के काका वीरेन्द्रसिंह के पास फोन आया कि अचानक बर्फ धंसने से बादल घायल हो गए हैं। बाद में आज सुबह ग्लेशियर में मौजूद सूबेदार प्रतापसिंह ने बताया कि वह शहीद हो गए हैं।
बता दें कि शहीद को आज सुबह सियाचिन की चौकी से नीचे लाया गया है, जिसे पहले दिल्ली और वहां से इंदौर लाया जाएगा। महू रेजिमेंट फिर शहीद के शव को लेकर नागदा पहुंचेगी। शहीद का शव 26 या 27 मार्च को नागदा पहुंच पाएगा।