भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा के बाद मंत्रालय में भी तेजी से संक्रमण फैल रहा है। पिछले दो दिन में मंत्रालय में 18 अधिकारी और कर्मचारी संक्रमित पाए गए हैं। मंत्रालयीन कर्मचारी संघ ने इस स्थिति में सुरक्षा के मद्देनजर 50 फीसद कर्मचारियों को ड्यूटी पर बुलाने की मांग की है।
इसे लेकर संघ ने गुरुवार को सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव विनोद कुमार को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञात हो कि भोपाल में गुरुवार को 184 लोग संक्रमित पाए गए हैं। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दर आठ मार्च से लगातार बढ़ रही है। पूर्व मंत्री विजय लक्ष्मी साधौ सहित कुछ विधायक और फिर कर्मचारियों के संक्रमित होने के बाद विधानसभा का बजट सत्र तय समय से पहले स्थगित करना पड़ा। इसके बाद मंत्रालय में कोरोना बम फूटा है।
बुधवार को मंत्रालय में 15 कर्मचारी संक्रमित पाए गए। जिसमें वित्त विभाग के नौ, संसदीय कार्य विभाग में चार और स्कूल शिक्षा विभाग में दो कर्मचारी शामिल हैं। इनमें एक उप सचिव और एक अवर सचिव भी हैं। कर्मचारी संघ ने बढ़ते मामलों को नियंत्रित करने की मांग करते हुए कर्मचारियों से घर से काम कराने और 50 फीसद कर्मचारियों को रोटेशन में ड्यूटी पर बुलाने, थर्मल स्क्रीनिंग की माकूल व्यवस्था बनाने और नियमित सेनिटाइजेशन करने की मांग की है। ज्ञात हो कि मार्च 2020 से अब तक मंत्रालय में 143 अधिकारी-कर्मचारी संक्रमित हो चुके हैं।
संक्रमण कम हुआ तो प्रतिबंध भी घटा
मई 2020 में कुछ शर्तों के साथ मंत्रालय में कामकाज शुरू हुआ था। इस दौरान बाहरी लोगों का प्रवेश बंद कर दिया था। वहीं कर्मचारियों की थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई थी। जैसे-जैसे हालात सुधरे, ये व्यवस्थाएं ध्वस्त होती गईं। वर्तमान में मंत्रालय में बाहरी लोगों का जमावड़ा तो लग ही रहा है। अन्य नियमों का पालन भी नहीं किया जा रहा है। सफाई व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है।
इनका कहना
संक्रमण दर बढ़ गई है। इसलिए 50 फीसद कर्मचारियों को ही ड्यूटी पर बुलाने की मांग की है। इस संबंध में ज्ञापन सौंप दिया है।
सुधीर नायक, अध्यक्ष, मंत्रालयीन कर्मचारी संघ