भोपाल। मध्य प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में इलाज मिलता हो, ना मिलता हो लेकिन डॉक्टरों की तानाशाही, लापरवाही, अव्यवस्था और अपराध जरूर मिलते हैं। छतरपुर जिले के सरकारी अस्पताल की पांचवी मंजिल पर दर्जनों कंडोम, शराब की बोतलें और सिगरेट के पैकेट मिले हैं। बताने की जरूरत नहीं की अस्पताल की पांचवी मंजिल पर क्या होता है।
अस्पताल सूत्रों का कहना है कि सरकारी अस्पताल की पांचवी मंजिल पर कोई भी कभी भी आ-जा सकता है। किसी भी प्रकार की रोक टोक नहीं है। यहां पुलिस भी नहीं आती इसलिए लोग पांचवी मंजिल पर लड़कियां लेकर आते हैं, शाम को शराब पार्टी चलती है। संदेह यह भी बताया जा रहा है कि अस्पताल के डॉक्टर पांचवी मंजिल का उपयोग अपनी अय्याशी के लिए कर रहे हैं।
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर लखन तिवारी ने कहा कि फिलहाल अस्पताल की पांचवीं मंजिल का किसी भी तरह का उपयोग नहीं हो रहा है। यही वजह है कि वहां पर असामाजिक तत्व आसानी से पहुंच जाते हैं। जल्द ही उस फ्लोर पर काम पूरा हो जाएगा। उसके बाद हम यूज करने लगेंगे। फिर सारी चीजें बंद हो जाएंगी। चौंकाने वाली बात यह है कि जिस रास्ते से पांचवी मंजिल पर जाया जा सकता है वहां अस्पताल का एक सिक्योरिटी गार्ड और पुलिस चौकी भी है। सवाल सिर्फ एक है पांचवी मंजिल पर असामाजिक तत्व जाते हैं या फिर डॉक्टर और अस्पताल का स्टाफ।