सूदखोर शिक्षक के यहां लोकायुक्त का छापा, 5 करोड़ की प्रॉपर्टी मिली - MP NEWS

Bhopal Samachar
भोपाल
। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की मिनाल रेजीडेंसी में रहने वाले प्राथमिक शिक्षक पंकज श्रीवास्तव के यहां लोकायुक्त पुलिस ने छापामार कार्रवाई की है। पंकज श्रीवास्तव बेतूल जिले में प्राथमिक शिक्षक के तौर पर पदस्थ है। 1998 में संविदा शिक्षक के रूप में भर्ती हुआ था और अब तक 23 साल की सर्विस हुई है। पंकज श्रीवास्तव का कुल वेतन 3650000 होता है। लोकायुक्त पुलिस का कहना है कि उसके पास से 3 जिलों में 24 प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले हैं जिनकी कीमत करीब ₹50000000 है। पुलिस का कहना है कि पंकज श्रीवास्तव शासकीय सेवक होते हुए सूदखोरी का काम करता था।

प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक पंकज श्रीवास्तव के यहां लोकायुक्त का छापा

जांच अधिकारी सलिल शर्मा ने बताया, पंकज श्रीवास्तव उर्फ मिंटू (48) पिता रामजन्म श्रीवास्तव बगडोना तहसील घोड़ाडोंगरी जिला बैतूल के विद्यालय रेंगा ढाना प्राइमरी टीचर हैं। वे भोपाल के डी-413 मिनाल रेजीडेंसी में रहते हैं। मंगलवार सुबह 6 बजे टीम ने मिनाल और एमजीएम कॉलोनी बगडोना स्थित उनके निवास पर एक साथ छापा मारा। लॉकर्स की जांच करवा रहे हैं।

प्राथमिक शिक्षक के पास भोपाल, छिंदवाड़ा और बैतूल में 24 प्रॉपर्टी

सन 1998 में बतौर संविदा शिक्षक भर्ती हुए प्राथमिक विद्यालय में पदस्थ शिक्षक पंकज श्रीवास्तव के पास कुल 24 संपत्तियों की जानकारी मिली है। इनमें मिनाल रेसीडेंसी में डुप्लैक्स, समरधा में प्लाॅट पिपलिया में एक एकड़ भूमि, छिंदवाड़ा में 6 एकड़ जमीन, बैतूल में 8 आवासीय प्लाॅट, 6 दुकान बगडोना में व 10 अलग-अलग गांवों में कृषि भूमि कुल 25 एकड़ होना पाया गया है। कुल कीमत करीब 5 करोड़ रुपए की संपत्ति होने का पता चला है।

भ्रष्टाचार के दस्तावेज जप्त करने 10 अधिकारियों की टीम

भोपाल में पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में अपराध क्र 54/2021 धारा 13(1)(ब) 13(2),12 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद निरीक्षक सलिल शर्मा, मुकेश तिवारी, वीके सिंह की 10 सदस्यीय टीम कार्यवाही की। पंकज के दो बेटियां और एक बेटे बुरहानपुर की एक मंहगी अकादमी में पढ़ाई करती हैं। पुलिस उनके खर्चे की जानकारी जुटा रही है। 

पंकज श्रीवास्तव डंडा बैंक चलाता था, मोटे ब्याज से काला धन कमाया: पुलिस

कार्रवाई के दौरान पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि उसने यह रुपए अपनी मेहनत से व्यापार में कमाई है। उसके पिता के रिटायर होने पर काफी पैसा मिला था। पुलिस का कहना है कि पंकज के पिता WCL में कोयला कामगार था। वह 3 साल पहले ही रिटायर हुए हैं। जानकारी के मुताबिक पंकज पिछले करीब 30 साल से बड़े पैमाने पर अवैध रूप से ब्याज पर लगाता था। ज्यादातर वह पैसा नहीं देने पर सामने वाले की जमीन हड़प लेता था। सूत्रों के अनुसार छिंदवाड़ा में उसने एक शख्स को पैसा ब्याज पर दिया था। पैसा नहीं चुकाने पर उसने उस शख्स की 5 एकड़ जमीन ले ली। बाद में वहां कोयले की खदानें खुल गईं। यहां से मुआवजे के रूप में भी उसे काफी पैसा मिला था।

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