भोपाल। शहर के क्रिएटिव कलाकार पृथ्वी का मॉडल बना रहे हैं। इस मॉडल में 25 क्विंटल कबाड़ के लोहे का उपयोग किया जाएगा। आर्टिस्ट टीम का दावा है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा कबाड़ से बनाया गया पृथ्वी का मॉडल होगा। इस मॉडल के लिए नगर निगम भोपाल के द्वारा कबाड़ उपलब्ध कराया जा रहा है।
भोपाल शहर के क्रिएटिव आर्टिस्ट अब तक कबाड़ से गिटार, राजा भोज और रेडियो का मॉडल बना चुके हैं। इस बार पृथ्वी के मॉडल के लिए 12 आर्टिस्ट काम कर रहे हैं। यह मॉडल 20 फुट ऊंचा होगा। पूरी तरह से तैयार हो जाने के बाद इसे लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज कराया जाएगा।
कबाड़ से पृथ्वी के मॉडल पर पवन देशपांडे व उनकी 12 सदस्यीय टीम जुटी हुई है। फिलहाल नगर निगम के वर्कशॉप से गाड़ियों के उपयोग किए गए कलपुर्जे एकत्रित किए जा रहे हैं। वहीं इसकी डिजाइन तैयार की जा रही है। तीन महीने में यह मॉडल बनकर तैयार हो जाएगा। इसके आकार को बढ़ाया भी जा सकता है।
कलाकार देशपांडे ने बताया कि राजधानी में स्वच्छता के तहत फोर-आर पर काम कर रहे हैं। री-साइकल (पुन: उपयोग लायक बनाना), रीड्यूज (घटाना), री-यूज (दोबारा उपयोग करना) व री-डिस्ट्रीब्यूट (फिर से बांटना) थीम के तहत कबाड़ का उपयोग करके रेडियो, गिटार व लोगो बना चुके हैं और अब पृथ्वी के मॉडल पर काम कर रहे हैं। वर्तमान में कबाड़ से पृथ्वी का मॉडल कहीं नहीं बना है। इसलिए निर्माण के बाद लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दावा भी करेंगे।
इनका होगा इस्तेमाल
नगर निगम की वर्कशॉप से बसों समेत अन्य गाड़ियों के विभिन्न पुर्जों का उपयोग मॉडल बनाने में होगा। इनमें बेयरिंग, चेन, फिल्टर, नट-बोल्ट, छल्ले, वायर्स, पाइप, पिस्टन, रॉड, व्हील, जैक, स्पोकेट आदि शामिल हैं। ई-वेस्ट समेत अन्य कबाड़ का उपयोग भी होगा।