भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल शहर के वीआइपी रोड पर मंगलवार रात उस समय सनसनी फैल गई, जब पुलिस के एक सहायक उपनिरीक्षक (ASI) ने अचानक बड़ा तालाब में छलांग लगा दी। सौभाग्य से तालाब में नगर निगम के गोताखोर नौका से गश्त कर रहे थे।
चार गोताखोरों ने तत्काल गोता लगाकर एएसआइ को पानी से बाहर निकाल लिया। उन्हें डायल-100 की वैन से पीरगेट के मालीपुरा स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। एएसआइ अब पूरी तरह स्वस्थ हैं। घटना के समय डीआइजी इरशाद वली वीआइपी रोड से गुजर रहे थे। उन्होंने गोताखोरों के काम की सराहना की और अस्पताल पहुंचकर डॉक्टरों से एएसआइ के स्वास्थ्य की जानकारी ली।
नगर निगम के फायर ब्रिगेड मुख्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार रात लगभग 12 बजे नगर निगम के गोताखोर इमरान, आमिर, अर्सलान और आसिफ बशीर तालाब में वीआइपी रोड के आसपास नौका से गश्त कर रहे थे। इस दौरान अचानक एक व्यक्ति ने तालाब में छलांग लगा दी। यह देख वीआइपी रोड पर मौजूद लोगों ने शोर मचाया। शोर-शराबा सुनकर गोताखोर मौके पर पहुंचे और गहरे पानी में डूब रहे व्यक्ति को गोता लगाकर बाहर निकाल लिया।
खुदकुशी का प्रयास करने वाले व्यक्ति की पहचान श्यामला हिल्स थाने में पदस्थ एएसआइ के रूप में हुई। इस दौरान वहां से गुजर रहे डीआइजी इरशाद वली को घटना का पता चला। उन्होंने मौके पर मौजूद डायल-100 के गश्ती वाहन से एएसआइ को पीरगेट स्थित एक निजी अस्पताल में पहुंचाया। उन्होंने डॉक्टरों से एएसआइ के स्वास्थ्य की जानकारी भी ली।
बताया जा रहा है कि एएसआइ कुछ दिनों से तनाव में चल रहे थे। संभवत: इस वजह से उन्होंने इस तरह का कदम उठा लिया। डीआइजी ने बताया कि एएसआइ की काउंसिलिंग करवाई जाएगी। उन कारणों का भी पता लगाया जा रहा है, जिनके चलते उन्होंने इस तरह का कदम उठाया।
घटना के पीछे प्रभारी टीआई और एएसआई के बीच विवाद
घटना के पीछे प्रभारी टीआई और एएसआई के बीच विवाद सामने आया है। मामले में एएसपी जोन-3 और सीएसपी शाहजहानाबाद के साथ दो सदस्यीय पुलिस टीम जांच कर रही है। एएसपी रामस्नेही मिश्रा ने कहा कि 3 दिन की जांच के बाद स्थिति क्लीयर हो पाएगी।