भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना संक्रमण एक बार फिर अपना रौद्र रूप दिखा रहा है। शुक्रवार को एक दिन की जांच में 345 संक्रमित मिले हैं, जो इस साल के सर्वाधिक मरीज हैं। ये मरीज केवल 2486 सैंपलों की जांच में मिले हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जांच का दायरा बढ़ा तो संक्रमितों की संख्या कई गुना बढ़ जाएगी।
भोपाल में इससे पहले बीते साल नबंवर में 400 से अधिक संक्रमित मिले थे। वहीं प्रदेश में गुरुवार को हुई सैंपलिंग में 1140 संक्रमित मिले हैं, जो बीते चार माह में सर्वाधिक हैं। तेजी से संक्रमण फैलने की वजह लापरवाही है। प्रशासन की ढिलाई के चलते लोग बढ़ते संक्रमण के बाद भी मास्क नहीं लगा रहे हैं और न ही सुरक्षित शरीरिक दूरी का पालन कर रहे हैं। बाजारों में भीड़ बढ़ने के बाद भी गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा है।
भोपाल CMHO डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि शुक्रवार को भोपाल केे सभी केंद्रों पर सैंपलिंग बढ़ा दी थी। शाम तक 2486 सैंपल लिए गए थे। इनकी जांच रिपोर्ट देर रात को आ गई है, इनमें 345 संक्रमित मिले हैं। उसके पूर्व गुरुवार को 272 और बुधवार को 184 संक्रमित मिले थे। जांच बढ़ते ही संक्रमितों की संख्या में 12 दिन से लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
प्रदेश में मिले 1140 संक्रमितों का आंकड़ा भी बीते चार माह में सर्वाधिक है। सबसे अधिक इंदौर में 309, जबलपुर में 97, ग्वालियर व रतलाम में 39-39 संक्रमित मिले हैं। वहीं 52 जिलों में आगर मालवा, डिंडौरी, होशंगाबाद, निवाड़ी ऐसे हैं जहां एक भी संक्रमित नहीं मिला है। प्रदेश में गुरुवार को 24 हजार सैंपल लिए थे इनमें से 20 हजार सैंपलों की जांच की गई है।