भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोनावायरस संक्रमण की दूसरी लहर बेहद खतरनाक स्थिति में आ चुकी है। पिछले साल 18 सितंबर को भोपाल शहर में एक साथ 23 कोरोना मरीजों का अंतिम संस्कार हुआ था और मंगलवार दिनांक 30 मार्च 2021 को एक साथ 18 कोरोना मरीजों के शवों का अंतिम संस्कार हुआ है।
मार्च के महीने में कोविड-19 मरीजों के 132 अंतिम संस्कार
सरकारी रिकॉर्ड में कुछ भी दर्ज हो परंतु भोपाल में कोविड-19 मरीजों के अंतिम संस्कार के लिए आरक्षित भदभदा, सुभाष नगर विश्राम घाट और झदा कब्रिस्तान पर मंगलवार को दिनभर भीड़ लगी रही। अंतिम संस्कार के लिए जगह नहीं थी। यहां तक की लकड़ियों का स्टॉक भी खत्म हो गया है। इन तीनाें जगह पर बीते 7 दिन में 79 और 1 से 30 मार्च तक 132 अंतिम संस्कार होना दर्ज है।
हम तो केवल अस्पतालों में मौत का आंकड़ा बताते हैं: CMHO
अकेले सोमवार को 17 और रविवार को 10 कोविड शवों का दाह संस्कार हुआ। जबकि प्रशासन सिर्फ 13 मौत का आंकड़ा बता रहा है। सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी के मुताबिक अस्पतालों की जानकारी पर डाटा बनता है। विश्रामघाट-कब्रिस्तान की सूची पर कुछ नहीं कह सकते। कुल मिलाकर सरकारी रिपोर्ट में मौत का जो आंकड़ा आता है वह केवल अस्पतालों से दी गई जानकारी के आधार पर होता है। संचालनालय स्वास्थ्य विभाग, यह दावा नहीं कर सकता कि उसके द्वारा प्रस्तुत किया गया आंकड़ा पूरी तरह सही है।