भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना बेकाबू होता जा रहा है। 10 दिन के भीतर संक्रमण की दर 5.2% से बढ़कर 8% पहुंच गई है। रोज लगभग दो हजार नए पाॅजिटिव मामले सामने आ रहे हैं। हालात को काबू करने के लिए 12 नए शहरों में रविवार को लॉकडाउन लगा दिया गया है। भोपाल-इंदौर में नाइट कर्फ्यू पहले दस बजे लगता था अब नौ बजे से लगने लगा है। कोरोना के बढ़ते केस ने होली को भी बेरंग कर दिया है।
भोपाल और इंदौर में सामूहिक होलिका दहन और होली खेलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यहां शनिवार रात 9 बजे से मंगलवार सुबह 6 बजे तक बाजार बंद रहेंगे। जबलपुर, ग्वालियर समेत 10 ऐसे शहर जहां पर 20 से ज्यादा कोरोना संक्रमित निकल रहे हैं, वहां होली के आयोजन सांकेतिक रूप से किए जाएंगे। एक साथ 20 से ज्यादा लोग नहीं जुटेंगे। गेर और टोलियों में होली खेलने पर रोक लगा दी गई है।
प्रदेश में सबसे ज्यादा केस भोपाल, इंदाैर और जबलपुर में निकल रहे हैं। राज्य में 60% केस सिर्फ इन तीन शहरों में दर्ज किए गए हैं। भोपाल और इंदौर में एक सप्ताह में 45% से ज्यादा एक्टिव केस बढ़ गए हैं। यदि मार्च के 26 दिन के आंकड़े देखें तो अब तक दोनों शहरों में 5 गुना से ज्यादा वृद्धि हो चुकी है। इस कारण ज्यादा सख्ती यही बरती जा रही है। भोपाल और इंदौर में होली के दिन सोमवार को रविवार की तरह अघोषित लॉकडाउन होगा। भोपाल में हिंदू उत्सव समिति ने पहले ही तय किया है कि सोमवार सुबह 6:15 बजे होली जलाई जाएगी।
इंदौर और भोपाल में हाेलिका दहन के रोक का विरोध शुरू हो गया है। आम लोगों के साथ-साथ भाजपा नेताओं ने ही इसका विरोध शुरू कर दिया है। होलिका दहन पर रोक लगाने पर भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय नाराज हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि होलिका दहन रोकना अनुचित है। यह बेहद आपत्तिजनक फैसला है। इससे जनता की धार्मिक भावनाएं आहत होंगी। प्रशासन इस पर फिर से विचार करे।
रतलाम, बैतूल और छिंदवाड़ा, खरगोन, विदिशा, उज्जैन, नरसिंहपुर के साथ छिंदवाड़ा जिले के सौंसर में भी रविवार को लॉकडाउन रहेगा है। इसकी वजह से यहां पर भी सांकेतिक रूप से होलिका दहन की अनुमति है। 10 से 20 लोगों को आयोजन में शामिल होंगे, लेकिन होली के दिन जूलुस और गेर निकालने पर पूरी तरह से रोक रहेगी।