भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कोरोनावायरस संक्रमण की समीक्षा करते हुए कमिश्नर एवं आईजी पुलिस की बैठक को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे जिले जहां संक्रमण तेजी से फैल रहा है यानी पॉजिटिविटी रेट ज्यादा है, उनकी सीमाएं सील कर दी जाए। मध्यप्रदेश में भोपाल, इंदौर और जबलपुर सहित कुल 7 जिले हैं जहां संक्रमण सबसे ज्यादा (प्रतिदिन औसत 50 पॉजिटिव से ज्यादा) दर्ज किया जा रहा है। इसके अलावा 11 जिले हैं जो खतरे की स्थिति में आ रहे हैं।
इंदौर एवं उज्जैन के कलेक्टरों को फ्री हैंड
बुधवार सुबह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों की बैठक में इंदौर , उज्जैन कलेक्टर को फ्री हैंड दिया और कहा कि नियम न मानने वालों से सख्ती से निपटना होगा। इंदौर में शाम छह बजे से सुबह छह बजे तक का कर्फ्यू अभी नहीं लगेगा लेकिन मास्क न लगाने वालों को गिरफ्तार किया जाएगा। शहर के ऐसे इलाके जहां अधिक मरीज आ रहे हैं वहां माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनेंगे। कलेक्टर ने आमजन से की वैक्सीनेशन कराने की अपील की।
बैठक में बताया गया कि मध्य प्रदेश में सोमवार को 2323 पॉजिटिव केस मिले हैं। प्रदेश में इस समय एक्टिव केस 965 हैं। कुल 9 मौतें रिकॉर्ड हुई हैं। प्रदेश में अभी कोरोना संक्रमण का पॉजिटिविटी रेट 8.2 प्रतिशत है। यह औसत गत 7 दिवस के आधार पर निकाला जाता है। प्रदेश के दो प्रमुख शहरों की बात करें तो इंदौर में प्रदेश के कुल केसों का 28% और भोपाल में 21% है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र से आने वाले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग का कार्य जारी रखा जाए। प्रदेश में अधिक संक्रमण वाले नगरों में सीमित लॉकडाउन की व्यवस्था लागू रहेगी। बाजारों में भीड़ पर नियंत्रण से पॉजिटिव प्रकरण भी कम हो रहे हैं। इसलिए सीमित लॉकडाउन की व्यवस्था जिन स्थानों पर आवश्यक है,वहां जारी रखी जाएगी। पूरे प्रदेश में संक्रमण की स्थिति की समीक्षा करते हुए शीघ्र ही अन्य आवश्यक निर्णय लिए जाएंगे।
मध्य प्रदेश के इन जिलों में कोरोनावायरस का संक्रमण खतरनाक
प्रदेश के सात जिलों इंदौर, भोपाल, जबलपुर, रतलाम, खरगौन, बैतूल और ग्वालियर में 50 से अधिक नए केस प्रतिदिन सामने आ रहे हैं। इसी तरह जिन 11 जिलों में 20 से अधिक केस रोजाना सामने आ रहे हैं, उनमें बड़वानी, विदिशा, देवास, सागर, उज्जैन, खण्डवा, छिन्दवाड़ा, सीहोर, शाजापुर, धार और राजगढ़ शामिल हैं।